
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस के संभावित इस्तीफे की खबरों ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। छात्र नेता और नेशनल सिटिजन पार्टी के संयोजक नाहिद इस्लाम ने पुष्टि की कि यूनुस ने देश की मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए पद छोड़ने की संभावना जताई है।
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“उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि राजनीतिक दलों को उनका बने रहना मंज़ूर नहीं है और कोई आश्वासन नहीं मिलता, तो इस्तीफा देने में क्या रुकावट है,” – नाहिद इस्लाम
बढ़ती चिंताएं और राजनीतिक दबाव
इससे पहले यूनुस ने एडवाइजरी काउंसिल की बैठक में भी देश के बिगड़ते हालात पर नाराजगी जताई थी। उनका मानना है कि मौजूदा हालात में प्रभावी रूप से काम करना कठिन होता जा रहा है, खासकर जब सरकार पर आंदोलन और बंधक जैसी परिस्थितियाँ हावी हैं।
BNP की तीखी मांगें
गुरुवार को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने अंतरिम सरकार के दो अन्य सलाहकार – महफ़ूज़ आलम और आसिफ़ महमूद – तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान के तत्काल इस्तीफे या बर्ख़ास्तगी की मांग की।

क्या आगे आएगा राजनीतिक संकट?
मोहम्मद यूनुस का इस्तीफा अगर होता है, तो यह न केवल अंतरिम सरकार की साख पर सवाल उठाएगा, बल्कि आगामी चुनावों और शासन व्यवस्था पर भी गहरा असर डालेगा।
बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिरता एक बार फिर सवालों के घेरे में है। यूनुस के इस्तीफे की अटकलें देश के लिए संवेदनशील मोड़ पर आई हैं। अगर यह सच साबित होता है, तो सरकार को बड़े फैसले लेने होंगे।
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