
फिल्ममेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘The Bengal Files’ एक बार फिर विवादों में घिर गई है। शुक्रवार को कोलकाता में होने वाला ट्रेलर लॉन्च अचानक एक सियासी बवालेvent में तब्दील हो गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ANI के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे भीड़ और विरोध के चलते कार्यक्रम में रुकावट आई।
पल्लवी जोशी ने उठाए सवाल: “कश्मीर से भी बदतर हालात?”
फिल्म की प्रमुख कलाकार पल्लवी जोशी ने ANI से बातचीत में कहा:
“हमें ट्रेलर लॉन्च की परमिशन नहीं दी गई। जो हो रहा है, वही दिखाता है कि ये फिल्म कितनी ज़रूरी है। क्या ये डर है कि सच्चाई सामने न आ जाए?”
उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा:
“कश्मीर में भी ऐसा नहीं हुआ। क्या हम मानें कि बंगाल के हालात कश्मीर से भी ज़्यादा सेंसेटिव हो चुके हैं?”
सवाल तीखे हैं और दर्शाते हैं कि ‘द बंगाल फाइल्स’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक राजनीतिक-ऐतिहासिक दस्तावेज़ बनने जा रही है।
क्या है ‘The Bengal Files’?
विवेक अग्निहोत्री की यह फिल्म बंगाल में हुई हिंसा, राजनीतिक उथल-पुथल, और आम जनता के जीवन पर पड़े प्रभावों को उजागर करती है। जैसे ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने 1990 के कश्मीरी पंडितों की पीड़ा को सामने लाया, वैसे ही यह फिल्म बंगाल के “अनकहे अध्याय” पर फोकस करती है।
ट्रेलर की स्क्रीनिंग रोकी गई: सेंसरशिप या सुरक्षा?
ट्रेलर को लॉन्च करने की अनुमति न मिलना, फिल्म इंडस्ट्री और क्रिएटिव फ्रीडम पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
पल्लवी जोशी ने कहा:

“फिल्ममेकर्स और एक्टर्स को सम्मान देना राज्य की जिम्मेदारी है। ये आज का नहीं, सदियों पुराना सिद्धांत है।”
बात सिर्फ एक ट्रेलर की नहीं है, बात है “सच दिखाने” और “सच छिपाने” की जंग की।
सोशल मीडिया पर विरोध और समर्थन
ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर #TheBengalFiles ट्रेंड करने लगा है।
कुछ यूज़र्स ने लिखा:
“जिस चीज़ को रोकने की इतनी कोशिश हो, वो देखनी और ज़्यादा ज़रूरी हो जाती है।”
वहीं विरोध करने वालों का कहना है कि फिल्म “राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देती है।”
ट्रेलर रोका गया, लेकिन चर्चा unstoppable है
‘द बंगाल फाइल्स’ की कहानी चाहे पर्दे पर देर से आए, लेकिन उसका असर अब से शुरू हो गया है।
विवेक अग्निहोत्री और पल्लवी जोशी का यह दावा कि फिल्म “सच का आईना है”, अब जनता के बीच बहस का मुद्दा बन चुका है।
फिलहाल, सवाल यही है:
“क्या कोई ट्रेलर सच्चाई को ट्रिगर कर सकता है?”
Zelensky बोले: हमारी ज़मीन पर बात करनी है, तो हमें बुलाना पड़ेगा!
