
बिहार की राजनीति में एक और नया मोड़ सामने आया है। तेज प्रताप यादव की टीम ने प्रदीप निषाद की VVIP पार्टी से गठबंधन कर लिया है। अब ये दोनों मिलकर 2025 के विधानसभा चुनाव में उतरेंगे।
तेज प्रताप ने इसे “नई शुरुआत” बताया और कहा कि कुछ और नेता भी उनसे जल्द जुड़ सकते हैं। गठबंधन की घोषणा के साथ ही सियासी पारा चढ़ गया है।
VIP vs VVIP: असली कौन?
तेज प्रताप यादव ने दावा किया कि प्रदीप निषाद की VVIP ही असली पार्टी है। उन्होंने कहा कि एक “बहरूपिया” VIP पार्टी बनाकर लोगों को भ्रमित कर रहा है, जबकि “निषाद समाज की असली पकड़ प्रदीप जी के पास है।”
इसे लेकर सोशल मीडिया पर VIP vs VVIP ट्रेंड करने लगा है।
राजद और कांग्रेस ने ऑफर ठुकराया!
तेज प्रताप ने बताया कि उन्होंने राजद और कांग्रेस को भी गठबंधन का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने गौर नहीं किया।
उनका तंज था:
“हमारी सेना भले ही छोटी है, लेकिन साथियों की ताकत से इतिहास लिखा जाएगा।”
वो बोले, “महुआ छोड़ना मुमकिन नहीं है, क्योंकि वहां के लोग दिल में बसते हैं।”
हेलीकॉप्टर बाबा की भी हुंकार
VVIP के अध्यक्ष प्रदीप निषाद उर्फ हेलीकॉप्टर बाबा ने भी सियासी उड़ान भरते हुए कहा:
“अब जो विकास से वंचित हैं, उन्हें मुख्य धारा में लाने का समय आ गया है। हम साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और नया बदलाव लाएंगे।”
उनके इस बयान के बाद तेज प्रताप और हेलीकॉप्टर बाबा की जोड़ी को लेकर चर्चाएं और मीम्स तेज हो गए हैं।
इस गठबंधन का मतलब क्या?
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RJD और Congress से दूरी का सीधा इशारा
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VIP पार्टी के “दावेदारों” को खुली चुनौती
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सीमित संसाधनों से सियासी धमाका करने की कोशिश
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Mahua सीट पर फोकस बरकरार
बिहार चुनाव का ट्रेलर अभी बाकी है…
तेज प्रताप यादव के इस नए गठबंधन ने एक बात तो साफ कर दी — 2025 का चुनाव सिर्फ सीटों का नहीं, सियासी पहचान का भी होगा।
अब देखना ये है कि “छोटी सेना” और “हेलीकॉप्टर बाबा” की जोड़ी चुनावी रणभूमि में कितना उड़ेगी।
बिहार की राजनीति में एक और अध्याय जुड़ गया है — VVIP टच के साथ!
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