जब तक लद्दाख हिंसा की निष्पक्ष जांच नहीं होती, जेल में ही रहूंगा

सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक, जिन्हें हाल ही में लेह हिंसा के बाद गिरफ्तार किया गया था, ने जोधपुर सेंट्रल जेल से एक भावुक और संघर्षपूर्ण पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में लद्दाखवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि जब तक चार मृतकों की स्वतंत्र न्यायिक जांच नहीं होती, वे जेल में ही रहना पसंद करेंगे। “मैं मानसिक और शारीरिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ हूं” – सोनम का आत्मविश्वास पत्र की शुरुआत में सोनम वांगचुक ने स्वास्थ्य को लेकर उठ रही चिंताओं का जवाब…

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लद्दाख में बवाल: राज्य का दर्जा मांगते छात्रों ने किया हंगामा

लद्दाख में आंदोलन ने अब सिर्फ़ नारेबाज़ी की शक्ल नहीं, सीधा सड़क पर showdown ले लिया है। लेह की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का गुस्सा गर्म चाय की तरह उबल पड़ा — और किसी ने दूध नहीं डाला! दो महिला प्रदर्शनकारी बेहोश, आंदोलन और भड़का प्रदर्शन का तापमान तब और बढ़ गया जब दो महिला छात्राएं, अंचुक और अंचुक डोलमा, बेहोश होकर गिर पड़ीं।उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया — लेकिन इससे पहले आंदोलन इमोशनल कार्ड से सियासी फायरक्रैकर बन चुका था। “हमारी बहनों को कुछ हुआ तो चुप नहीं…

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