जब महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी आती है, तो पूरा माहौल “बप्पा मोरया!” से गूंज उठता है – डांडिया, ढोल, 100 फीट की मूर्तियाँ, और 1000 करोड़ की बीमा पॉलिसी! और इधर उत्तर भारत में? “अरे भाई, गणेश चतुर्थी क्या होती है? दशहरे में मिलते हैं!” धार्मिक कारण या ‘Calendar Confusion’? उत्तर भारत की परंपराओं में भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के बजाय ऋषि पंचमी और हरितालिका तीज पर ज्यादा ध्यान रहता है।कई पंडित तो आज भी कहते हैं – “ये महाराष्ट्रियन पर्व है, अपने यहां नहीं होता।” (शायद Google…
Read MoreTag: धार्मिक परंपरा
राम नाम की बैंकिंग: यहां ना ATM की लाइन है, ना फॉर्म में KYC
जब आप “बैंक” शब्द सुनते हैं तो मन में खाता, लोन, क्रेडिट कार्ड और कभी ना खत्म होने वाली ब्याज दरों की तस्वीर उभरती है। लेकिन उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक ऐसा बैंक भी है, जहां ‘लोन’ तो मिलता है… लेकिन राम नाम लिखने के लिए! कंवर लाल मीणा की विधायकी गई, जेल भेजे गए बीजेपी विधायक जी हां, यहां कोई क्रेडिट स्कोर नहीं देखा जाता, कोई EMI की टेंशन नहीं होती — सिर्फ एक लकड़ी की कलम, थोड़ी लाल स्याही और भरपूर श्रद्धा की ज़रूरत होती है। राम…
Read More