भोपाल का कोलार अब मेट्रो स्टाइल सड़कें, ऊंची इमारतें और नीली टीन की दीवारों के पीछे ज़मीन की दौलत पर नया संग्राम देख रहा है। यहाँ एक ज़मीन है जिसे कुछ लोग क़ब्रिस्तान कहते हैं, कुछ गोशाला का भविष्य।और कुछ इसे “सियासत की प्रयोगशाला” मान चुके हैं। कब्रिस्तान था या नहीं? जवाब: “थोड़ा था, थोड़ा नहीं था” मोहम्मद हनीफ़, क़ब्रिस्तान समिति के अध्यक्ष, कहते हैं, “1959 से लेकर 2011 तक यहाँ दफ़न हुआ है, आख़िरी क़ब्र बद्दू दादा की थी।” और फिर आए रिकॉर्ड्स, GPS मैपिंग और ज़िला प्रशासन का…
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कब्रिस्तान बिजली से नहीं बनता, और गौशाला कब्रों से भी नहीं
भोपाल के कोलार क्षेत्र में हाईटेक गौशाला की नीयत से शुरू हुआ भूमि पूजन हिंदू–मुस्लिम तनाव का नया पन्ना बन गया। मुस्लिम पक्ष का आरोप—यह जमीन कब्रिस्तान है, और वक्फ बोर्ड इसका हकदार। ख़ामेनेई बोले: अमेरिका को तमाचा, इसराइल को मात मुस्लिम समुदाय का दावा: यह जमीन कब्रिस्तान है ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी और वक्फ बोर्ड ने दस्तावेज पेश किए और कहा कि यह जमीन नाममात्र कब्रिस्तान के रूप में दर्ज है। शमशुल हसन बल्ली का आरोप—भू माफिया विधायक रामेश्वर शर्मा की मदद से कब्रिस्तान पर कब्जा करना चाह…
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