आदरणीय आनंद महिंद्रा जी,सादर प्रणाम!आपसे ये ओपन लेटर इसलिए लिख रहे हैं क्योंकि आपकी कंपनी की महिंद्रा थार अब केवल एक SUV नहीं रही। ये अब एक सोशल स्टेटस, रफ्तार का प्रतीक, और कुछ लोगों के लिए तो सीधा मासूम जनता के लिए खतरा बन चुकी है। थार नहीं रही कार, अब तो रोड की ‘रईस बला’ है! भैया, थार की ड्राइविंग सीट पर बैठते ही जैसे ही Instagram reels वाला बैकग्राउंड म्यूज़िक बजने लगता है – “बापू ज़रा धीरे चलो…” मगर भाई लोग उस गाने को चैलेंज समझ लेते…
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