सिंध: Geography से बड़ी वो Story जो दिलों में बसी है! सिंध सिर्फ एक प्रांत नहीं है—यह एक emotion, एक civilizational memory, और करोड़ों सिंधी परिवारों की साँसों में बसती हुई मिट्टी की खुशबू है।1947 में लाखों सिंधी हिंदुओं को सब कुछ छोड़कर भारत आना पड़ा, पर वे अक्सर कहते हैं— “हम सिंध छोड़ आए, पर सिंध हमें कभी नहीं छोड़ा।” और अब राजनाथ सिंह के हालिया बयान ने फिर वही पुराना सवाल हवा में उछाल दिया— “क्या पता… कल सिंध भी भारत में वापस आ जाए?” पाकिस्तान भड़का, भारत में…
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