ग़ज़ा युद्ध के चलते थकी दुनिया के लिए राहत की एक हल्की किरण दिखाई दी है। इसराइल ने हमास के ‘अस्वीकार्य संशोधनों’ के बावजूद क़तर में प्रस्तावित वार्ता में भाग लेने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के दफ्तर ने पुष्टि की है कि वार्ता में इसराइली प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा, भले ही हमास की कुछ मांगें उनके लिए “स्वीकार्य नहीं” हैं। गोपाल खेमका मर्डर केस: बिहार की सड़कों पर ‘गोलियों का विकास मॉडल’? हमास: संशोधन नहीं तो संघर्ष फिर से? हमास ने 60 दिन के संघर्ष विराम पर ‘सकारात्मक…
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