दोहा की गर्म हवा में गोलियों की गूंज नहीं, बल्कि डिप्लोमैटिक हैंडशेक्स की आवाज़ आई। पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के प्रतिनिधियों ने एक ऐसे समझौते पर दस्तखत कर दिए हैं जो सुनने में तो शांति की घंटी जैसा लगता है – लेकिन क्या ये घंटी वाकई बजेगी या सिर्फ घुंघरू बजाकर चला जाएगा? विदेश मंत्री इसहाक़ डार ने Twitter (या X) पर पोस्ट करके खुशी जताई – “क़तर और तुर्की शुक्रिया, हमने पहला कदम बढ़ा लिया है। अब देखिए ये Process किस स्टेशन पर जाकर रुकती है।” डार साहब ने साथ…
Read More