हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में जब बादल फटे, तब जनता बह रही थी और विपक्ष गरज रहा था—लेकिन सांसद कंगना रनौत कहीं दिखाई नहीं दीं। कई दिनों की डिजिटल खोजबीन, मीम्स की बारिश, और #WhereIsKangana ट्रेंड के बाद आखिरकार रविवार को कंगना मंडी पहुंच गईं। और आते ही एक बात क्लियर कर दी — “हम तो यहीं थे!” ठाकुर-ब्राह्मण बनाम जनता जनार्दन: सुप्रिया श्रीनेत पर कांग्रेसियों का सीधा वार विपक्ष बोले — सांसद लापता, कंगना बोले — हम तो मौजूद थे! मीडिया से बातचीत में कंगना ने कहा, “ये…
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दिल धड़क-धड़क के चला गया- हार्ट अटैक से 18 मौतें, जांच के आदेश
एक महीने, 18 दिल – हासन बना नया हॉरर शो, कर्नाटक का हासन जिला इन दिनों ‘दिल तोड़ने’ के काम में मशगूल है — और यहां दिल सच में टूट रहे हैं।पिछले एक महीने में 18 युवा, जिनकी उम्र 18 से 40 साल के बीच थी, दिल के दौरे से चल बसे। ये संख्या इतनी सीरियस है कि अब सरकार भी चौंक गई है। स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने तुरंत जांच के आदेश दे डाले — क्योंकि भाई, कोई चुनाव हार जाए तो चलता है, पर दिल हारना सरकार को…
Read Moreबंगाल महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित”… बस CCTV म्यूट कर दो
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने हाल ही में यह ऐलान किया कि “बंगाल महिलाओं के लिए देश का सबसे सुरक्षित प्रदेश है।”बयान सुनकर ऐसा प्रतीत हुआ मानो नारी सुरक्षा के मामले में बंगाल अब स्विट्ज़रलैंड बन गया हो। लेकिन तभी पीछे से सुर्खियों ने टोका — “कोलकाता लॉ कॉलेज में छात्रा से रेप और आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की हत्या भूल गए क्या?” शेफाली की मौत: एंटी-एजिंग दवाएं बनीं वजह? पुलिस जांच में नए खुलासे लॉ कॉलेज रेप केस और TMC की ‘सुरक्षा’ की परिभाषा टीएमसी नेता का…
Read Moreस्टूडेंट्स की ऑनलाइन हाजिरी और दास्तानों का तड़का!
आजकल ख़बरें बस सूचना नहीं रहीं — वो किरदार बन चुकी हैं। कहीं स्कूल की हाजिरी ऑनलाइन हो रही है; कहीं रिंकल सिंह न्याय की मशाल लिए बैठी हैं तो कहीं दुल्हन तलवार (या चाकू) लेकर सुहागरात का नया पाठ पढ़ा रही है। ये खबरें सिर्फ घटनाएं नहीं हैं, ये समाज के एक्स-रे हैं — जिसमें राजनीति की हड्डियाँ, प्रशासन की नसें, और आम लोगों की धड़कनें साफ दिखाई देती हैं। जयराम रमेश का दावा: 11 साल से अघोषित आपातकाल। BJP का पलटवार आइए, इन सारी खबरों की नब्ज़ को…
Read Moreकलेक्टर नहीं बने, तो क्या ज़िंदा रहना भी ज़रूरी नहीं?” —नंबरों की राजनीति
आप कौन-से कलेक्टर बन गए?” – ये लाइन साधारण नहीं, समाज की सड़ी हुई सोच का आईना है। महाराष्ट्र के सांगली ज़िले में जब 12वीं की छात्रा साधना भोसले ने अपने पिता को उनके अधूरे सपनों की याद दिलाई, तो जवाब में उन्हें तर्क नहीं मिला, बल्कि थप्पड़ और घातक हिंसा मिली।बेटी की मौत के बाद जो रह गया, वो था: मेडिकल की तैयारी, अधूरे सपने, और समाज की ‘डॉक्टर या इंजीनियर नहीं बने तो फ़ेल हो’ वाली मानसिकता। ईरान-इसराइल युद्धविराम पर क़तर की चाय गरम, शांति का गर्मागर्म स्वागत!…
Read Moreट्रंप-तालिबान: नोबेल शांति पुरस्कार के लिए सबसे मसालेदार जोड़ी
अगर नोबेल कमिटी शांति के नाम पर किसी को अवॉर्ड दे तो क्या बेहतर होगा, ट्रंप और तालिबान के जोड़ से? हाँ, वही ‘मिलावटदार’ जोड़ जो शांति के साथ विवादों की भी फुलशकल डोज़ लगाता है। IndiGo फ्लाइट में फ्यूल कमी, बेंगलुरु डायवर्ट; DGCA ने सुरक्षा जांच शुरू की ट्रंप और तालिबान: शांति की जोड़ी या ड्रामा क्वीन? यादगार डील में, जब ट्रंप ने तालिबान से हाथ मिलाया, शायद उन्हें पता था कि यह शांति नहीं, बल्कि एक बड़ा ड्रामा होगा। जैसा कि कहते हैं — “शांति की डोज़ में…
Read Moreभारत-पाक में लगे गले, ईरान-इजरायल में क्यों जल रही दाढ़ी ट्रंप जी?
जब भारत और पाकिस्तान के बीच “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद अचानक सीजफायर का ऐलान हुआ, तो डोनाल्ड ट्रंप की डिप्लोमैसी के चर्चे हर तरफ गूंजने लगे। व्हाइट हाउस में पाकिस्तानी फील्ड मार्शल को लंच पर बुलाकर ट्रंप साहेब ने शांति के ब्रांड एंबेसडर जैसी एंट्री मारी। फिर क्या—कुछ लोगों ने तो नोबल शांति पुरस्कार की बात भी शुरू कर दी! बिहार कांग्रेस: राहुल के या गाँव के राजा के? देखीं राजनीति के असली ड्रामा! लेकिन उधर ईरान-इजरायल में अब भी आग लगी है ट्रंप जी भारत-पाक के झगड़े में अगर…
Read Moreपति: जब साथ रहते हुए भी अकेला महसूस होता है – जानिए क्या करें?
शादी एक ऐसा रिश्ता होता है जिसमें दो लोग मिलकर Netflix की सब्सक्रिप्शन शेयर करते हैं… और कभी-कभी भावनाएं भी। लेकिन क्या करें जब पति सिर्फ रिमोट पकड़ कर बैठे हों और भावनाओं का नेटवर्क ‘No Signal’ दिखा रहा हो? यार बने यमराज: ईरान-इज़राइल का इश्क़ ए जंग! 1. जब पति हर वक्त फोन में रहें, तो समझ जाइए दिल ऑफ़लाइन है अगर आपके “हस्बैंड डियर” दिन-रात फोन में लगे रहते हैं – चाहे वो रील्स हों या क्रिकेट स्कोर – और आपकी बातें सुनने पर उन्हें लगे जैसे किसी…
Read Moreदर्पण में छिपा है राज़ या बस एक शैतानी शरारत?”
तारीख: आज… क्योंकि दर्पण में बीता कल कभी नहीं दिखता। जब आईना बोल उठा: “तू कौन?” जब भी हम दर्पण के सामने खड़े होते हैं, तो लगता है जैसे सामने कोई है — एक हूबहू, एक साया, एक नकलची दोस्त… लेकिन वो हम नहीं है, सिर्फ हमारी “अनुमति से प्रतिबिंबित आत्म-छवि” है। और अगर ध्यान से देखो, तो उसका चेहरा हमसे ज़्यादा शांत होता है। शायद इसलिए कि उसे हमारी चिंता नहीं होती। तलवार चली, केक कटा, और बिहार की राजनीति में फिर से ‘लड्डू युद्ध’ शुरू! साइंस कहता है: बस…
Read Moreगर्मी का कहर और सुरा का ज़हर: भाई साहब, अभी नहीं तो कभी नहीं!
चिलचिलाती गर्मी, जलता हुआ पारा और शरीर से टपकता पसीना – ऐसे में अगर आपकी पहली सोच ‘एक पैग हो जाए’ है, तो आप गर्मी से नहीं, खुद से हार रहे हैं। तुर्की की मदद पर बवाल: क्या बदल रहे हैं कांग्रेस नेता के सुर? बड़े अदब से निवेदन है, सुरा प्रेमी जन, “गर्मी में सुरा सेवन, सीधा ICU दर्शन!” गर्मी + शराब = शरीर की बर्बादी की परिभाषा “शराब आपको अंदर से ठंडा नहीं करती, उल्टा दिमाग से उबाल निकालती है।” गर्मियों में शराब शरीर को डिहाइड्रेट करती है।…
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