संसद के मॉनसून सत्र में एक बार फिर सियासी पारा हाई! विपक्षी सांसदों ने जिस जोश से नारेबाजी की, उतने ही जोश से अगर सवाल पूछते, तो शायद देश को भी कुछ जवाब मिल जाता। पर नहीं, यहां तो “तोड़फोड़ की प्रतियोगिता” चल रही थी। “सरकारी संपत्ति कोई बाप की नहीं!” – ओम बिरला का गुस्सा 2.0 लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जब देखा कि माइक, डेस्क और डेकोर की हालत जंतर-मंतर जैसी हो रही है, तो उन्होंने माइक ON कर दिया (शुक्र है, यह माइक बचा था!) और बोले:…
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