कुरआन, जो मुस्लिमों के लिए मार्गदर्शक पुस्तक है, सिर्फ धार्मिक नियमों का संग्रह नहीं बल्कि एक ऐसा संदेश है जो मानवता को शांति, सद्भाव और भाईचारे की शिक्षा देता है। इसमें कई आयतें हैं जो न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक स्तर पर भी मेल-जोल और सहयोग की अहमियत को दर्शाती हैं। वट सावित्री व्रत 2025: 26 मई को बरगद पूजा सभी जानकारी एक क्लिक में 1. शांति का संदेश – “और शांति से बोलो” (सूरा फुजीलात 41:34)“अच्छाई और बुराई समान नहीं हो सकती। बुराई को भलाई से मिटाओ, तब वह…
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