कभी एक खामोश संगठन, आज दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी। नाम है – मोसाद। कोई खुलेआम नहीं बोलता, लेकिन सब इसका नाम सुनते ही सतर्क हो जाते हैं। यह वो एजेंसी है जो दुश्मन को ज़िंदा नहीं छोड़ती, और जिसे काम करना आता है – बिना नाम छोड़े। ईरान-इसराइल जंग में कूदा रूस, बोला- अमेरिका ने टांग अड़ाई तो तबाही तय 1949 में इज़रायल की आज़ादी के बाद जब दुनिया में उसके अस्तित्व को ही चुनौती मिल रही थी, तब इस छोटे से देश ने एक ऐसा खुफिया संगठन…
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अब क़ीमत चुकाओगे, तेहरान! इसराइली मंत्री की आग उगलती चेतावनी
रातभर हुए ईरानी ड्रोन और मिसाइल हमलों में कम से कम 8 इसराइली नागरिकों की जान गई, जबकि दर्जनों घायल हुए। इस घटना के बाद इसराइल के रक्षा मंत्री इसराइल कात्ज़ ने सख़्त लहजे में बयान जारी करते हुए कहा: “तेहरान को इन जानों की क़ीमत चुकानी होगी।” राबड़ी के बाद बिहार को नई रानी की दरकार! ख़ामेनेई पर सीधा निशाना: “डरपोक हत्यारा” इसराइल कात्ज़ ने ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि आम नागरिकों को जानबूझकर निशाना बनाया गया ताकि इसराइली…
Read Moreइजरायल की ‘किलिंग मशीन’ की गुप्त दुनिया और ऑपरेशन्स की गाथा
इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद (Mossad) का नाम सुनते ही एक खामोश और बेहद खतरनाक शक्ति की छवि उभरती है। यह वो एजेंसी है जो न तो भूले और न ही माफ करती है। 13 दिसंबर 1949 को जब डेविड बेन गुरियन ने इसकी नींव रखी थी, तब शायद किसी को अंदाज़ा नहीं था कि एक दिन यह दुनिया की सबसे चर्चित और ताकतवर खुफिया एजेंसी बन जाएगी। ट्रिलियन ड्रामा? पाकिस्तानी एंकर का वायरल ‘नशे वाला’ भाषण! मोसाद का गठन और शुरुआती ढांचा इजराइल की स्थापना के कुछ ही समय…
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