रोटी रिव्यू (1974): जब अपराधी बना मास्टरजी और पब्लिक बन गई पागल

अगर आप सोचते हैं कि रोटी सिर्फ आटे और पानी से बनती है — तो जनाब आप मनमोहन देसाई की फिल्म ‘रोटी’ नहीं देखे हैं। यहां राजेश खन्ना aka मंगल सिंह है जो फांसी से भागकर सीधे मास्टरजी बन जाता है। वो भी बिना B.Ed. किए। मुमताज़ हैं बिजली, जो इतनी पॉजिटिव है कि किसी को भी लाइन पर ला सकती हैं — और यहां तक कि एक अपराधी को भी टीचर बना देती हैं। भेष बदलो, माता-पिता चुरा लो, और फिर अपराध बोध में रहो मंगल सिंह ने जिस…

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ताजमहल सबने देखा, मुमताज ने नहीं – आज के आशिक ध्यान दें

“ताजमहल देखा है? शायद हाँ… लेकिन सोचो, जिसके लिए बना – मुमताज – उसने कभी देखा ही नहीं! इतिहास का ये सबसे बड़ा ‘Seen-Zone’ है, जहाँ प्यार तो अमर हो गया… पर देखने वाली आंखें बंद थीं! शाहजहाँ ने अपनी बेग़म के लिए दुनिया का सबसे महंगा ‘आई लव यू’ लिखा – और वो पढ़ ही नहीं पाई!” शाहजहाँ ने मुमताज महल की मृत्यु के बाद उनके लिए ताजमहल बनवाया – एक भव्य समाधि जो आज दुनिया के सात अजूबों में गिनी जाती है। इस निर्माण में 20 साल लगे…

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