पाकिस्तान के बाद अब बांग्लादेश! भारत को एक और ‘Headache’ फ्री

ढाका की मस्जिदों में ‘जिहाद चाहिए’ के नारे, आतंकियों की जमानत पर रिहाई और खुलेआम रैलियों का आयोजन अब ये जताता है कि हिज्ब उत-तहरीर, अंसार अल-इस्लाम, और जमात-ए-इस्लामी जैसे ब्रांड अब फिर से “मार्केट में एक्टिव” हो चुके हैं। सॉरी  इन्स्टा, अब बांग्लादेश की सड़कों पर चल रही है असली “जिहादी रील लाइफ”! भारत के लिए नया Security Season? पाकिस्तान की फिक्स्ड डोज़ मिल रही थी, अब बांग्लादेश ने भी “Bonus Attack Package” भेजने की तैयारी कर ली है। भारत की सीमाएं अब सिर्फ भौगोलिक नहीं, विचारधारात्मक भी असुरक्षित…

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गंगा का पानी भी बंटेगा नए नियमों से?”—भारत करेगा संधि की दोबारा पड़ताल

भारत अब बांग्लादेश के साथ हुई 1996 की गंगा जल संधि की समीक्षा की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार भारत सिर्फ रिव्यू नहीं, बल्कि व्यावहारिक बदलावों के साथ संधि को आधुनिक रूप देने की दिशा में सोच रहा है। धर्मनिरपेक्षता पर वार, कांग्रेस बोली – ‘संविधान खत्म करना चाहता है RSS जलवायु संकट और बढ़ती ज़रूरतें बनीं पुनर्विचार की वजह सूत्रों के अनुसार, बढ़ती आबादी, गर्मी में जल संकट, सिंचाई की मांग, बंदरगाहों का संचालन और बिजली उत्पादन जैसी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत…

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बांग्लादेश में कट्टरपंथी ताकतों का उभार: भारत की पूर्वी सीमा पर नया खतरा?

शेख हसीना की सत्ता से विदाई के बाद बांग्लादेश की राजनीतिक धरती हिल चुकी है। बीएनपी-जमात गठबंधन के उभार ने कट्टरपंथी संगठनों को खुला मैदान दे दिया है – नतीजा? भारत के लिए रणनीतिक सिरदर्द! कोरोना बोला Knock-Knock, गोरखपुर बोला चलो तैयार हो जाएं कट्टरपंथ की रैली और महिला अधिकारों पर हमला 3 मई 2025 को ढाका में हिफाजत-ए-इस्लाम, जमात और बीएनपी समर्थकों की रैली ने सब कुछ साफ कर दिया – ये गठबंधन सुधार नहीं, “शरिया आधारित राष्ट्र” की ओर झुकाव रखता है। महिला अधिकारों के विरोध में झंडे…

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