नई दिल्ली से वाशिंगटन तक की डिप्लोमेसी में अब खुशबू पेट्रोल की नहीं, इथेनॉल की आ रही है। अमेरिका चाहता है कि भारत अब रूस के तेल को ‘ना’ कहे और उसकी गैस और मक्के से बना इथेनॉल खरीदे। वजह साफ है— रूस का तेल खरीदकर भारत, यूक्रेन युद्ध की ‘फंडिंग’ में मदद कर रहा है, ऐसा अमेरिका का आरोप है। लेकिन बात सिर्फ तेल की नहीं है— ट्रंप और मोदी के बीच अब “बायोफ्यूल की डील” का खेल शुरू हो गया है। अमेरिका का ऑफर: “तेल छोड़ो, गैस और…
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