माकटेल से माकड्रिल तक: शांतिप्रिय भारत की सायरन-योग शुरू

आज की पीढ़ी जहां ‘माकटेल’ यानी नकली शराब से असली नशे की तलाश में रहती है, वहीं अब उसे ‘माकड्रिल’ यानी नकली युद्ध से असली डर का अनुभव कराया जा रहा है। 7 मई को 54 साल बाद भारत के कई शहरों में “जंग वाला सायरन” बजेगा — और नहीं, ये कोकोमेलन का कोई साउंड इफेक्ट नहीं है, बल्कि आसमान से मौत बरसने के पूर्वाभ्यास की आधिकारिक घंटी है। योगी सरकार ने गरीबों को दिया राशन सुरक्षा कवच, प्रयागराज बना वितरण में नंबर वन जिला सायरन बजा तो टॉयलेट से…

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