हिंदी में कुरआन? – आम मुसलमानों की समझ में आए अल्लाह का पैग़ाम!

देश के में श्रीमद्भगवद्गीता, बाइबल आदि के हिंदी संस्करण उपलब्ध हैं, वैसे ही कुरआन का प्रमाणिक हिंदी अनुवाद भी सामने लाया जाए, जिससे धार्मिक शिक्षा का लोकतंत्रीकरण हो। यह कोई मजहबी मुद्दा नहीं, बल्कि समझ का सवाल है। भंडारे की बदलती परंपरा: सेवा से पेटपूजा तक, गर्मी में कैसे बचें बीमारियों से? हिंदी में कुरआन? – आम मुसलमानों की समझ में आए अल्लाह का पैग़ाम! भारत में करोड़ों मुसलमान रहते हैं जो धार्मिक रूप से कुरआन शरीफ को मानते हैं और उसका पाठ करते हैं। लेकिन एक अहम सवाल उठता…

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