कांग्रेस में रहते हुए शशि थरूर अब धीरे-धीरे “थिंक टैंक” से “थिंक अला-कार्टे” की दिशा में अग्रसर हो चले हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम पर जब केंद्र सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख दुनिया को समझाने के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल तैयार किया, तो उसमें थरूर को कमांडर-इन-चीफ बना दिया गया। दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने उनका नाम सुझाया ही नहीं था। और मोदी सरकार ने फिर भी थरूर को चुना — यानी “कांग्रेस से बायपास, थरूर से डायरेक्ट पास!” पाकिस्तान को वैश्विक मंच…
Read More