कैदियों को कंप्यूटर का ज्ञान, ‘Ctrl+Z’ से नहीं, ‘Ctrl+Alt+Del’ से होगा सुधार

बिहार सरकार ने जेलों में बंदियों के कौशल विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत पटना के बेऊर, मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस और बक्सर केंद्रीय कारा में 116 बंदियों को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य बंदियों को डिजिटल साक्षर बनाना और उनके पुनर्वास में सहायता करना है। अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन क्रैश: 242 यात्री संकट में, पूर्व मुख्यमंत्री भी थे विमान में! 2.25 करोड़ रुपये का निवेश इस कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार ने 2.25 करोड़ रुपये…

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बिहार बोले—अब पैकेज में दम है, साइलो से लेकर साइंस तक हम तैयार हैं

PMKVY के तहत बिहार को मिला था 1 लाख युवाओं को प्रशिक्षण का टारगेट। लेकिन बिहार बोला—”अरे रुको, अभी और दिखाते हैं!”6.33 लाख से ज्यादा युवाओं ने ट्रेनिंग ली, और अब तो बिहार में हर दूसरा बंदा किसी ना किसी स्किल में ‘सर्टिफाइड’ है—बस नौकरी मिलना बाकी है। ठाकरे ब्रदर्स के बीच पटरी बिछे इससे पहले, फडणवीस ने चाय मंगा ली कृषि में वैज्ञानिक खेती: पूसा से आई पुकार—‘खेती करो, लैब वाला स्टाइल में!’ मोतिहारी में बन गया कृषि अनुसंधान केंद्र। अब किसान सिर्फ हल नहीं, लैपटॉप भी चला सकते…

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