महाराष्ट्र की राजनीति में जहां एक तरफ राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के मिलन की सुगबुगाहट है, वहीं दूसरी ओर एकनाथ शिंदे सीधे गांव की मिट्टी में उतरकर “पौधारोपण की राजनीति” कर रहे हैं। हाँ जी, डिप्टी सीएम साहब खुद फावड़ा-कुदाल उठाकर खेत में एवोकाडो उगा रहे हैं। क्योंकि जब दिल्ली में राज चलाना भारी लगे, तो सतारा की मिट्टी ही सच्चा आराम देती है! You may also like: “जब हर दिन शादी लगे अदालत, और बीवी बोले – आपत्ति है! तब काम आएगी हमारी सलाह एवोकाडो: फल नहीं, ‘फ्यूचर पॉलिसी’…
Read More