अब वो ज़माना गया जब इश्क़ में लोग चाँद-तारे तोड़ लाते थे। आज के आशिक कहते हैं — “नेटवर्क फुल होना चाहिए, न कि दिल!” तो जनाब, अगर आप भी नई पीढ़ी के इश्क़बाज़ हैं, तो ज़रा “शुद्ध प्रेम” को फ्रिज में रख दीजिए। क्योंकि इस सीज़न में ट्रेंड है — “लव विद लॉजिक, हार्ट विद हेल्थ” थोड़ा ज्ञान मिलाओ, वरना पेट दर्द दिल तक जाएगा! शुद्ध इश्क़ का असर वैसे ही है जैसे देसी घी — “ज़्यादा खाओगे तो जलन होगी, कम खाओगे तो स्वाद नहीं आएगा।” तो बीच…
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