जब बाबा रामदेव अपने गुलाब शरबत का प्रचार करने निकले, तो लगता है उन्होंने मार्केटिंग के साथ-साथ मिर्च-मसाला भी बोतल में भर दिया। “शरबत जिहाद” जैसा जुमला बोलकर उन्होंने शांति का पेय गरमा-गरम विवाद में बदल दिया। कोर्ट का कड़क जवाब: ‘न्यायालय की अंतरात्मा को ठेस पहुंची है’ दिल्ली हाईकोर्ट ने इस बयान पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा – “इसका कोई औचित्य नहीं था।” जस्टिस अमित बंसल ने रामदेव के वकील से कहा कि अगली बार खुद बाबा अदालत में आएं। योग में संयम सिखाने वाले बाबा के शब्दों…
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