बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक बार फिर माइक के सामने कम, मजाक के सामने ज़्यादा गंभीर नजर आए।नीतीश सरकार द्वारा 2025-2030 के बीच 1 करोड़ नौकरी देने के ऐलान पर तेजस्वी बोले: “नीतीश जी अब अपना सेविंग खाता देखीं, एक करोड़ त जॉब नाहीं, पर्चा छपाई के बिलो ना भर पाएंगे।” Eknath Shinde की सख्त टिप्पणी: कार्यकर्ता बनो, थप्पड़वाड़ नहीं “पैसा कहां से आई, जवाब दे सरकार!” तेजस्वी यादव ने बिंदास सवाल उठाया — “पैसा कहां से आई? बजट कहां से आई? जॉब देबs का तरीका का बा?…
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तेजस्वी के मूत्र कहे के बावजूद, पत्रकार अबहियो सटे रहले बाड़े
अब देखीं न, एगो गुप्त सूत्र (जेकरा नाम से पूरा राजधानी काँपेला) कहले बाड़ें कि “तेजस्वी के राजनीति अब मूत्र समान हो गइल बा” – मतलब गंधदार, बेजान अउर सटक गइल।बाकिर पत्रकार बिचारे… उ त अबहियो तेजस्वी के पीछे कैमरा, माइक अउर कंधा झूला लेके सटले बाड़ें। “का जाने का दिन में तारा निकले!” – ई सोच के अबहियो सब माइकवा तेजस्वी के ठोड़ी से टकरात बा। अगला सीएम – सपना की खुमार? अब बात ई बा कि तेजस्वी अगला मुख्यमंत्री बन सकेला – एह लाइन से कुछ पत्रकारन के…
Read Moreबिहार SIR विवाद: तेजस्वी यादव के ‘एक वोट वाला डर’
बिहार में अब चुनाव सिर पर ना — SIR पर चढ़ल बा! तेजस्वी यादव कहत बाड़ें कि ई “विशेष गहन पुनरीक्षण” दरअसल एक ‘विशेष गड़बड़ योजना’ बा। एक फिसद मतदाता भी कट गइल तs तीन दर्जन सीटिया निकल जाई हाथ से। और जनता बोले: “बाप रे बाप! ई त वोट कटवा सुनामी हउए!” चक्कर मतदाता के, सिरदर्द तेजस्वी के अब देखीं न, वोटर लिस्ट में कुल 7 करोड़ 90 लाख लोग हैं। अगर मात्र 1% भी कट गइले, त 7.9 लाख वोट सीधे उड़न छू। तेजस्वी यादव के हिसाब से—…
Read Moreतेजस्वी के बैठक में कांग्रेस बोली – ‘हमार टिकिया हमके ही चाही
बिहार में अब चुनावी मौसम शुरू हो चुकल बा, नेताजी लोग अब फिर से ‘लोकतंत्र के पराठा’ बेलत नजर आ रहल बा लोग। तेजस्वी यादव के बंगला शनिवार के सियासी धरमशाला बन गइल, जहाँ 6 घंटा तक नेतागण चाय-पकौड़ा संग सीट बंटवारा के ‘गंभीर’ मंथन करत रहलें। बेटी हत्यारिन निकली तो रिश्ता खत्म: सोनम के पिता कांग्रेस के परंपरा प्रेम – “जहाँ हम जीते, उहे सीट दे दीं!” कांग्रेस के मन में एगो अइसन भावना उपजल बा, जेहमें ऊ कह रहल बाड़ी कि “जहाँ हम पहले नंबर 2 रहल बानी,…
Read Moreनीतीश सरकार का 1 करोड़ रोजगार वादा, असली मुद्दा या चुनावी जुमला?
चुनाव नजदीक आते ही बिहार की राजनीति में मानो “रोजगार रेन डांस” शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2025-30 के बीच 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का ऐलान कर दिया है। ऐलान इतना भारी कि बिजली बिल से भी ज़्यादा करंट मार जाए! “पहिने नाम जोड़ू, फेर वोट मांगू! बिहार चुनाव में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हल्ला सरकारी नौकरी का मेल, अबकी बार पक्की रेल? नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बताया कि अब तक 10 लाख सरकारी नौकरियां और लगभग 39…
Read More“पहिने नाम जोड़ू, फेर वोट मांगू! बिहार चुनाव में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हल्ला
बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले, वोटर लिस्ट रिवीजन पर मचा बवाल अब कुछ थमता दिख रहा है।सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि आधार कार्ड, वोटर कार्ड और राशन कार्ड, तीनों को मतदाता पहचान के लिए वैध माना जाए। नई बॉल, पुराना ड्रामा – गिल बोले, ये गेंद तो पहले ही खेली गई है मैथिली अंदाज में कहें तो: “जिनकर मोबाइल छिनाए गेल अछि, ओ त आब राशन कार्ड लऽ क’ नाम जुड़बथिन!” आयोग खुश, तारीख पर कायम — 1 अगस्त को आएगी नई लिस्ट चुनाव आयोग भी संतुष्ट दिखा…
Read Moreनीतीश जी वृंदावन चल जाईं, अर्जुन के साथ बा कृष्ण! – तेजप्रताप के बिंदास बाण
बिहार में जवन चुनाव अबहीं एलानल नइखे, उहमें तेजप्रताप यादव पहिलहीं ‘जनता दरबार’ लगावे, ‘बयान दरबार’ चला देले बाड़ें। ऊ का कहत बाड़ें? भाजपा सपना देखत बा, आ नीतीश कुमार बेहोशी में बाड़ें! नई बॉल, पुराना ड्रामा – गिल बोले, ये गेंद तो पहले ही खेली गई है नीतीश के ‘वृंदावन टिकट’ – आश्रम भेजे के सुझाव! तेजप्रताप के कहना बा — “नीतीश जी अब राजनीति छोड़ के वृंदावन में डुबकी लगाईं, हमरा गुरुदेव के आश्रम में ठंडी बयार खाईं!”का लाइन मारले बाड़ें भैया! कहला कि जे अर्जुन (तेजस्वी) बा,…
Read Moreबिहार में वोट कटवा नहीं, “वोट चुराने” आए हैं पीके?
बिहार चुनाव में अब मुकाबला सीधा नहीं रह गया। ना ही सिर्फ NDA बनाम RJD का पुराना खेल जारी है। अब मैदान में उतर आए हैं प्रशांत किशोर – चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने “जन सुराज” वाले पीके, जिनकी पदयात्रा और सभाओं की भीड़ ने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को माथा पकड़ने पर मजबूर कर दिया है। हर जाति की भीड़, हर वर्ग का झुकाव – पीके का “अराजनीतिक” कमाल? पीके की सभाओं में भीड़ देखकर हर कोई पूछ रहा है – “इतने लोग किसके वोट बैंक से उठकर…
Read Moreरथ गया, पर कन्हैया कुमार छूट गए! बिहार बंद में ‘राहुल का रथ खेला’
बिहार बंद के दौरान राहुल गांधी के नेतृत्व में निकले जुलूस में जब महागठबंधन की एकता का डंका बजना था, तब अचानक से ‘सुरक्षा नीति’ नाम का बैकग्राउंड म्यूजिक बज उठा — और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को रथ पर चढ़ने से रोक दिया गया। रथ चला, कैमरे चमके, नेता मुस्कराए… बस कन्हैया नीचे रह गए। “रथ नहीं चढ़ा, पर सवाल जरूर उठे!” जैसे ही कन्हैया कुमार रथ पर चढ़ने लगे, सुरक्षाकर्मी सामने आ गए — जैसे Netflix पर कोई क्लाइमेक्स सीन हो। सुरक्षाकर्मी बोले: “भैया! सीट फुल है। अगली…
Read Moreभारत ठप! बिहार में सियासी दंगल, 25 करोड़ कर्मचारियों की हड़ताल
देशभर में आज का दिन एक बड़े बदलाव और विरोध का प्रतीक बन गया है। भारत बंद 2025 का आह्वान 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा किया गया है, जिसमें करोड़ों कर्मचारियों ने भागीदारी दिखाई है। इन यूनियनों को किसान संगठनों और ग्रामीण मजदूर संगठनों का भी सक्रिय समर्थन प्राप्त है। अनुमान है कि इस बंद में 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी हिस्सेदारी कर रहे हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। गाजा चुप्पी पर बवाल! भारत की ‘साइलेंस डिप्लोमेसी’ पर उठे सवाल इन सेवाओं पर दिख सकता है…
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