
पश्चिम बंगाल की सियासत में फिर गूंज उठा “Singur” नाम — वो नाम, जिसने एक बार रतन टाटा को बंगाल छोड़ने पर मजबूर कर दिया था।
अब BJP नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ऐलान किया है कि अगर 2026 में बंगाल में BJP की सरकार बनती है, तो Tata Group की वापसी पक्की है।
शुभेंदु बोले — “Tata को अबकी बार अपमानित नहीं किया जाएगा। वो लौटेंगे, और बंगाल फिर से निवेश की धरती बनेगा।”
जब Singur बना ‘Symbol of Shame’
शुभेंदु ने बर्धमान की रैली में याद दिलाया कि 2008 में टाटा मोटर्स को Singur प्रोजेक्ट बंद कर राज्य छोड़ना पड़ा था।
रतन टाटा ने तब कहा था कि उनके सिर पर ‘प्रतीकात्मक बंदूक’ रख दी गई थी।
वो बोले थे — “We are moving from bad M to good M” (यानि ममता बनर्जी से नरेंद्र मोदी की ओर)
अब शुभेंदु ने उसी लाइन को उठाकर नया सियासी तीर चलाया — “2026 में Bengal भी good M यानी मोदी मॉडल की राह पर चलेगा।”
BJP का विजन – पारदर्शिता, भर्ती, निवेश
शुभेंदु ने कहा कि BJP सरकार आने पर Bengal में रिश्वतखोरी, दलाल संस्कृति और भ्रष्टाचार खत्म किया जाएगा। भर्ती प्रक्रिया OMR शीट्स के जरिए पारदर्शी होगी।
उन्होंने दावा किया कि — “राज्य पर इस वक्त 8 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। 2.15 करोड़ बेरोजगार और 60 लाख प्रवासी मजदूर हैं।
BJP आने पर Bengal विकास की पटरी पर तेज़ी से लौटेगा।”
SIR विवाद पर ‘ममता सरकार’ को घेरा
अधिकारी ने ममता बनर्जी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि टीएमसी ने SIR (State Identification Register) का विरोध इसलिए किया ताकि अवैध घुसपैठियों को बचाया जा सके। “टीएमसी ने बांग्लादेश और म्यांमार के मुस्लिमों को फर्जी वोटर कार्ड और राशन कार्ड दिलाए हैं। BJP सरकार बनते ही ऐसे लोगों की पहचान कर डिटेन और डिपोर्ट किया जाएगा।”
‘अबकी बार, Good M की सरकार?’
बंगाल की राजनीति में अब सवाल यह नहीं है कि Tata लौटेगा या नहीं — बल्कि यह कि क्या “बुरा M” फिर “अच्छा M” बनने का वक्त आ गया है?
शुभेंदु अधिकारी ने तो टाटा की वापसी का टोटका कर दिया — अब देखना यह है कि बंगाल की जनता “भर्ती फॉर्म से वोट फॉर्म” तक BJP को कितना भरोसा देती है।
राजनीति में अब हर भाषण में “M” ही M है — एक “ममता” से निकला “मॉडल”, और एक “मोदी” से जुड़ा “मॉरल”!
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