
Ranveer Singh की फिल्म ‘Dhurandhar’ इन दिनों सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान में भी चर्चा का केंद्र बनी हुई है। फिल्म की कहानी, ट्रीटमेंट और परफॉर्मेंस ने दर्शकों को ऐसा बांधा है कि सोशल मीडिया से लेकर फिल्म क्रिटिक्स तक, हर जगह इसकी तारीफ हो रही है।
दिलचस्प बात यह है कि तारीफ करने वालों में वो लोग भी शामिल हैं, जो आमतौर पर भारतीय फिल्मों को लेकर बेहद सख्त नजरिया रखते हैं।
Karachi से Lyari तक, कहानी ने खींचा ध्यान
फिल्म का बड़ा हिस्सा कराची के लयारी इलाके में दिखाया गया है, जिससे पाकिस्तानी दर्शक खुद को कहानी से जोड़ पा रहे हैं। यही वजह है कि वहां के कंटेंट क्रिएटर्स, एक्टर्स और फिल्म एनालिस्ट ‘धुरंधर’ को रीयलिस्टिक और पावरफुल सिनेमा बता रहे हैं।
Pak Critics का बड़ा कबूलनामा
मशहूर पाकिस्तानी फिल्म क्रिटिक और राइटर Omair Alavi ने खुलकर कहा कि “Dhurandhar एक बेहतरीन फिल्म है। हमारे फिल्ममेकर्स इस तरह की फिल्मों में हाथ डालने से डरते हैं, क्योंकि यह बहुत बड़ा फाइनेंशियल रिस्क होता है।”
यानी तारीफ के साथ-साथ अपने सिस्टम की सीमाओं का भी खुला इकरार।
“देशभक्ति फिल्में हमारे यहां नहीं चलतीं”
ओमैर अलावी के मुताबिक, पाकिस्तान में सिनेमाघर कम हो चुके हैं। टिकट बेहद महंगे हैं, दर्शक OTT पर कंटेंट देखना ज्यादा पसंद करते हैं।

उन्होंने यह भी तंज कसा कि देशभक्ति से जुड़ी फिल्मों ने अतीत में बॉक्स ऑफिस पर नुकसान ही कराया है, इसलिए मेकर्स ऐसे प्रयोग से बचते हैं।
जब पड़ोसी बोले – सीखना पड़ेगा!
जहां एक तरफ भारत में ‘धुरंधर’ को मास एंटरटेनर और कंटेंट ड्रिवन सिनेमा का उदाहरण माना जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान से आ रही प्रतिक्रियाएं यह दिखाती हैं कि अच्छा सिनेमा सरहद नहीं देखता।
शायद यही वजह है कि अब वहां से आवाजें उठने लगी हैं – “काश हमारी इंडस्ट्री भी ऐसी फिल्में बना पाती!”
Ranveer Singh की ‘Dhurandhar’ न सिर्फ एक फिल्म है, बल्कि यह Indian Cinema की ग्लोबल पहुंच का उदाहरण बन चुकी है। सोशल मीडिया ट्रेंड्स, पाकिस्तानी रिएक्शन और बॉर्डर पार तारीफ – सब मिलकर इसे Discover Algorithm का पसंदीदा कंटेंट बना रहे हैं।
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