
साल 2025 में रक्षा बंधन शनिवार, 09 अगस्त को मनाया जाएगा। यह दिन श्रावण मास की पूर्णिमा को पड़ रहा है, जो हर साल भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और मज़बूत करने का त्योहार होता है।
शुभ मुहूर्त: कब बांधें राखी ताकि रिश्तों में न आए दरार?
द्रिक पंचांग के अनुसार, राखी बांधने का शुभ समय सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 तक है। अगर आप इस समय के बाहर राखी बांधने की सोच रहे हैं, तो सावधान हो जाइए!
विजय मुहूर्त:
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दोपहर 2:40 से 3:33 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त:
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शाम 7:06 से 7:27 बजे तक
भद्रा काल रहेगा या नहीं?
खुशखबरी! 09 अगस्त 2025 को सूर्योदय से पहले ही भद्रा काल समाप्त हो जाएगा। यानी राखी बांधने में कोई बाधा नहीं।
लेकिन रुकिए! कुछ और अशुभ मुहूर्त हैं जिन्हें आपको टालना चाहिए:
अशुभ मुहूर्त | समय |
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राहु काल | सुबह 9:07 से 10:47 |
आडल योग | 2:23 PM से अगले दिन 5:48 AM तक |
गुलिक काल | 5:47 AM से 7:27 AM |
यमगण्ड | 2:06 PM से 3:46 PM |
वर्ज्य काल | 6:18 PM से 7:52 PM |
दुर्मुहूर्त | 5:47 AM से 7:34 AM |
राखी की थाली में क्या-क्या रखें?
अगर आप चाहते हैं कि भाई की किस्मत खुले और बहन की भी किस्मत चमके, तो थाली में ये चीज़ें ज़रूर शामिल करें:
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कुमकुम (रोली) – तिलक के लिए
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अक्षत (चावल) – शुभता का प्रतीक
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मिठाई – घेवर, लड्डू या खीर
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सूखा नारियल – समर्पण और सुरक्षा का संकेत
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दीपक (तेल या घी का) – प्रकाश का प्रतीक
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शुद्ध देसी घी
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राखी – obvious but essential
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कलावा (लाल/पीला धागा)
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चंदन या केसर तिलक के लिए
भाई की तरक्की के लिए करें ये छोटे लेकिन असरदार उपाय:
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तिलक में केसर मिलाएं
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भाई को दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके राखी बांधें
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भाई की लंबी उम्र के लिए “ॐ रक्षे रक्षेणि” मंत्र का जाप करें
राखी सिर्फ धागा नहीं, एक जिम्मेदारी है
रक्षा बंधन सिर्फ एक रस्म नहीं, ये संस्कार और साथ का वादा है। शुभ मुहूर्त में की गई राखी सिर्फ भाई की कलाई ही नहीं, किस्मत भी चमका सकती है।
इस बार राखी बांधिए दिल से, नियमों के साथ… और शायद अगले साल आपका भाई CEO भी बन जाए!