
इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला अब कानूनी मोड़ पर पहुंच गया है, और इस बार मोड़ इतना तीखा है कि पूरा परिवार ही सदमे में डूब गया। शिलांग पुलिस की जांच पर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि तीन आरोपियों को जमानत मिल गई है — और उधर राजा की मां उमा देवी बेसुध हो गईं।
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने साफ कहा – “अगर इंसाफ नहीं मिला तो हमारा परिवार सामूहिक आत्महत्या करेगा।” मामला अब बेहद संवेदनशील हो गया है।
ज़मानत मिली, पर न्याय गायब?
लोकेंद्र तोमर, बलवीर अहिरवार और सिलोम जेम्स — इन तीनों को अभी तक चार्जशीट दाखिल हुए बिना ज़मानत मिल गई। सवाल यह है कि बिना मुकम्मल जांच के न्याय का यह कैसा नमूना है?
“हम हाईकोर्ट जाएंगे, ज़रूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी”, – विपिन रघुवंशी
सोनम: हनीमून से हत्या तक, और अब रहस्य?
शुरुआत तो एक रोमांटिक हनीमून ट्रिप से हुई थी, लेकिन 23 मई को कपल लापता हुआ और 2 जून को राजा की लाश मिली। 8 जून को सोनम रघुवंशी जब गाजीपुर (UP) से जिंदा निकली, तो ये साफ हो गया कि मामला सिर्फ रोमांस का नहीं था — पीछे प्रेमी राज कुशवाहा और साज़िश की पूरी स्क्रिप्ट तैयार थी।
पुलिस की अब तक की जांच के अनुसार सोनम और उसके साथियों ने मिलकर राजा की हत्या की योजना बनाई थी। लेकिन अब जमानत और रिश्तों की उलझनें सब कुछ क्राइम थ्रिलर जैसा बना रही हैं।
परिवार टूटा, मां बेहोश और पिता ने तोड़ लिया रिश्ता!
सोनम के पिता ने पहले गहने वापस देने से इनकार किया, लेकिन उसके भाई गोविंद ने वो गहने राजा के भाई को सौंप दिए। सोनम के पिता ने एक बयान में कहा:
“अगर मेरी बेटी दोषी निकली, तो हम सारे रिश्ते खत्म कर देंगे।”
अब सवाल यह है कि रिश्तों की यह उलझन इमोशनल ड्रामा है या लीगल रणनीति?
क्या राजा को मिलेगा इंसाफ, या केस फाइलों में ही रह जाएगा?
अब यह केस सिर्फ हत्या का नहीं, बल्कि भारतीय कानून व्यवस्था की परीक्षा बन गया है।
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पुलिस की जांच पर सवाल
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आरोपी बाहर
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पीड़ित परिवार सदमे में
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और मीडिया हर दिन नए ट्विस्ट दिखा रहा है।
आगे सुप्रीम कोर्ट की घंटी बज सकती है, लेकिन जनता के मन में सवाल है — “क्या राजा को मिलेगा न्याय?”
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