राहुल बोले ‘अपराध’, बीजेपी ने कहा ‘पाकिस्तानी स्क्रिप्ट’, ऑपरेशन सिंदूर पर बवाल!

अजमल शाह
अजमल शाह

भारत के चर्चित सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर देश की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से तीखे सवाल पूछते हुए यह दावा किया कि पाकिस्तान को पहले से हमले की सूचना देना कोई “चूक” नहीं, बल्कि “अपराध” था। इस बयान ने भारतीय राजनीति में भूचाल ला दिया।

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राहुल गांधी का तीखा हमला:

राहुल गांधी ने एक्स पर कहा:

“देश को सच जानने का हक है। ऑपरेशन से पहले पाकिस्तान को आगाह करना कोई रणनीतिक चूक नहीं थी, यह अपराध है।”

उनका इशारा उस खबर की तरफ था, जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान को हमले की जानकारी दी थी।

BJP का पलटवार — “राहुल पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं”

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल पर करारा हमला बोला। उन्होंने एक्स पर लिखा:

“Rahul Gandhi’s daftness is not merely incidental—it is sinister. He is speaking the language of Pakistan.”

उन्होंने 11 मई 2025 का डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का बयान फिर से साझा करते हुए राहुल पर तथ्य तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।

मालवीय के अनुसार:

“भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तत्काल बाद पाकिस्तान से संपर्क कर यह स्पष्ट किया था कि यह कार्रवाई आतंक के खिलाफ अनिवार्य है। चेतावनी पहले नहीं, बाद में दी गई थी।”

रणनीतिक पहल या सियासी चाल?

राहुल गांधी जहां इसे सुरक्षा चूक और जनहित का मुद्दा बता रहे हैं, वहीं बीजेपी इसे ‘राष्ट्र विरोधी विमर्श’ कह रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी पहले स्पष्ट कर चुके हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण के दौरान भारत ने पाकिस्तान को ‘परिणाम’ की चेतावनी दी थी, लेकिन यह हमले के बाद की स्थिति में दी गई।

“राष्ट्रीय सुरक्षा” जैसे मुद्दों पर राजनीति करना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार आरोप-प्रत्यारोप सीधे अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और सैन्य रणनीति से टकरा रहे हैं। राहुल गांधी का यह बयान क्या सचमुच पारदर्शिता की मांग है या एक नई राजनीतिक चाल? और क्या बीजेपी की प्रतिक्रिया ‘राष्ट्रवाद की ढाल’ है या मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश?

जवाब आने वाले दिनों में देश की राजनीति को नई दिशा दे सकते हैं।

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