राहुल गांधी – “डेटा नहीं, रोजगार दो… बिहार अब रील्स नहीं, रिजल्ट चाहता है

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

औरंगाबाद की भीड़ के बीच राहुल गांधी ने माइक थामा और सीधे निशाना साधा — “पहले दुनिया के बच्चे नालंदा में पढ़ने आते थे, अब हमारे बच्चे विदेश भागते हैं।”
भीड़ तालियों से गूंजी, लेकिन राहुल नहीं रुके — बोले, “नीतीश कुमार ने बिहार के युवाओं को मजदूर बना दिया है, अब मोदी जी कह रहे हैं — डेटा सस्ता है! भाई, डेटा नहीं नौकरी चाहिए।”

‘रील्स वाला रोजगार’: राहुल का कटाक्ष

राहुल ने मंच से कहा — “प्रधानमंत्री चाहते हैं कि आप रील्स बनाओ, लेकिन पेपर लीक पर मत बोलो।”
उन्होंने कहा कि “आज युवाओं को नया नशा दिया जा रहा है — रील्स का नशा! 24 घंटे स्क्रॉल करते रहो और सवाल मत पूछो।”
सवाल बड़ा था — “रोजगार कब मिलेगा, अस्पताल कब खुलेंगे?”

‘मेड इन बिहार’ का सपना

कांग्रेस नेता बोले — “हम चाहते हैं कि हर मोबाइल के पीछे ‘Made in Bihar’ लिखा हो।” उन्होंने कहा कि “हम मोहब्बत की दुकान खोलना चाहते हैं, ये लोग नफरत बेचते हैं।”

परिवारवाद बनाम रोजगारवाद

राहुल ने कहा कि “महागठबंधन की सरकार जनता की होगी, नेताओं की नहीं।” उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि “वोट चोरी से अधिकार छीने जा रहे हैं।”

राहुल गांधी ने इस रैली में युवाओं की नब्ज पर हाथ रखा — बेरोजगारी, पेपर लीक, प्राइवेटाइजेशन और शिक्षा पर हमला बोलते हुए खुद को “रोजगार का मसीहा” दिखाने की कोशिश की।

“दुबई बनाते बिहारी, बिहार में धूल खाते?” — राहुल का जोशीला हमला

Related posts

Leave a Comment