
भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रोज प्रेस ब्रीफिंग देने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले अशोका यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर डॉ. अली खान महमूदाबाद को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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What happened?
A social media post allegedly made by Prof. Ali Khan Mahmoodabad insulted women officers and questioned military protocols. The post quickly went viral and attracted sharp criticism from several quarters including political leaders and women’s rights bodies.
FIR कैसे हुई दर्ज?
गांव जठेड़ी के सरपंच ने सोशल मीडिया पर पोस्ट पढ़ने के बाद पुलिस को बयान दिया। इसके आधार पर मामला दर्ज हुआ। साथ ही, हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी डीजीपी को पत्र भेजकर सख्त कार्रवाई की मांग की।
महिला आयोग की भूमिका
आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा, “महिलाओं के सम्मान के खिलाफ ऐसा बर्ताव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अली खान महमूदाबाद को 48 घंटे में पेश होने को कहा गया था, लेकिन वे समय पर नहीं पहुंचे।”
आरोप क्या हैं?
सेना के महिला अधिकारियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी
सेना के नियमों पर सार्वजनिक आलोचना
ऑपरेशन सिंदूर की संवेदनशील जानकारी पर विवादित बयान
सोशल मीडिया पर ऐसे विचार फैलाना जो सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दे सकते हैं
यह गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की आज़ादी बनाम राष्ट्रहित की पुरानी बहस को फिर से हवा दे रही है। हालांकि, सुरक्षा से जुड़े मामलों पर किसी भी सार्वजनिक टिप्पणी की संवेदनशीलता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
इस विवाद ने बता दिया है कि सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने से पहले दो बार सोचना अब केवल नैतिक जिम्मेदारी नहीं, कानूनी जरूरत बन गया है। सेना, खासतौर पर महिला अधिकारियों के योगदान पर टिप्पणी करते समय बेहद सतर्क रहना ज़रूरी है।
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