
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने न केवल देश को झकझोर दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी हलचल मचा दी है। इस अमानवीय घटना की वैश्विक स्तर पर तीखी निंदा की जा रही है। अमेरिका समेत कई शक्तिशाली देशों ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई है और पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं।
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अमेरिका ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से फोन पर बात की और इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। रुबियो ने पाकिस्तान से पूर्ण सहयोग देने और हमले की निष्पक्ष जांच में मदद करने की मांग की। साथ ही उन्होंने भारत से तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पीएम नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अमेरिका, भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ किसी भी ऑपरेशन में पूर्ण समर्थन देगा। एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा –
“इस क्षेत्र में तनाव नया नहीं है, लेकिन भारत इसे सुलझा लेगा और हम उसके साथ खड़े हैं।”
भारत के साथ कौन-कौन आया सामने
ब्रिटेन:
ब्रिटिश प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने पीएम मोदी को फोन कर इस हमले को बर्बर बताया और कहा कि ब्रिटेन भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।
नीदरलैंड:
प्रधानमंत्री डिक शूफ ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन दोहराया।
श्रीलंका:
राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने भी पीएम मोदी को फोन कर संवेदना जताई और भारत के साथ सहयोग की बात कही।
फ्रांस:
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हमले की कड़ी निंदा की और भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति को समर्थन दिया।
इजराइल:
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फोन कर भारत को “आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में सबसे मजबूत साथी” बताया।
मिस्र:
राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने भी भारत के समर्थन में बयान जारी किया।
जॉर्डन:
शाह अब्दुल्ला द्वितीय ने पीएम मोदी से बात कर सहयोग का आश्वासन दिया।
इटली:
प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने दुख व्यक्त किया और कहा कि भारत के साथ हर मोर्चे पर खड़े हैं।
जापान:
प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति की सराहना की।
पाकिस्तान की घेराबंदी शुरू
इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर चारों ओर से घिरता हुआ नजर आ रहा है। अमेरिका की सख्त भाषा और अन्य देशों की एकजुटता से यह स्पष्ट हो गया है कि अब आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों को बख्शा नहीं जाएगा।
पहलगाम आतंकी हमले ने दुनिया को एक बार फिर आतंकवाद की गंभीरता का अहसास कराया है। लेकिन इस बार भारत अकेला नहीं है—पूरी दुनिया उसके साथ खड़ी है। यह हमला न केवल एक राष्ट्रीय शोक है, बल्कि वैश्विक चेतावनी भी कि आतंक के खिलाफ अब सबको मिलकर लड़ना होगा।
फेफड़े फूंके, लीवर डुबोए… और बोले – पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे!