
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने इस बार तल्ख़ तेवर दिखाते हुए तालिबान को चेतावनी दी है — “पाकिस्तान को तुम्हें ख़त्म करने के लिए अपनी पूरी ताक़त भी नहीं लगानी पड़ेगी।”
जी हाँ, ये वही लाइन है जो इंटरनेशनल डिप्लोमेसी के मैदान में किसी “माइक ड्रॉप मोमेंट” से कम नहीं! आसिफ़ ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (Twitter) पर लिखा — “अगर तालिबान चाहे तो दुनिया फिर से तोरा बोरा के दृश्य देख सकती है — जहाँ वे दुम दबाकर भागे थे।”
भाई साहब, ये तो जैसे तालिबान की PR टीम पर स्ट्रेट हिट थी।
अफ़ग़ान तालिबान बोले – “थोड़ा बात कर लेते हैं…”
इस धमक भरे बयान के तुरंत बाद, क़तर में अफ़ग़ानिस्तान के राजदूत और तालिबान के राजनीतिक ऑफिस के प्रमुख सुहैल शाहीन ने शांति का झंडा उठा लिया।
उन्होंने कहा — “वार्ता अभी खत्म नहीं हुई है। एक और राउंड होना चाहिए।”
मतलब साफ़ है — “भाई, पहले बातें कर लेते हैं, तोरा बोरा 2.0 बाद में।”
पाकिस्तान का धैर्य vs तालिबान का आत्मविश्वास
अब हालात ऐसे हैं कि पाकिस्तान कह रहा है – “हमारा patience मत चेक करो।”

तालिबान कह रहा है – “चेक कर लेते हैं, पर बैठकर।”
सीमांत इलाक़ों में हालात गर्म हैं, पर डिप्लोमैटिक ट्विटर अब और ज़्यादा गर्म — मीम्स और रिएक्शन थ्रेड्स से भर चुका है।
“अगर वार्ता असफल रही, तोरा बोरा में फिर शूटिंग शुरू हो जाएगी — इस बार ड्रोन कैमरा से 4K में।”
पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच जारी यह तनाव सिर्फ़ सीमा विवाद नहीं, बल्कि “धैर्य बनाम हठ” की जंग बन चुका है।
कहानी अभी बाकी है — और शायद तोरा बोरा सीक्वल भी।
