
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के फील्ड मार्शल जनरल आसिम मुनीर को व्हाइट हाउस में लंच पर बुलाया। ट्रंप ने इस मौके पर मुनीर की भारत से टकराव टालने की कोशिशों की सराहना की।
अब कोई नहीं बचेगा! नेतन्याहू का परमाणु खतरे पर आखिरी वार
थरूर का तीखा तंज: ओसामा बिन लादेन को तो याद रखा होता!
लेकिन इस राजनीतिक डिप्लोमेसी के खाने में कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने तीखा मसाला डाल दिया। थरूर ने अमेरिका को एक कड़वा सच याद दिलाया—ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में ही पनाह मिली थी!
उन्होंने कहा,”कुछ अमेरिकी सांसद पाकिस्तानी जनरल से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि 9/11 का मास्टरमाइंड लादेन पाकिस्तान में छिपा मिला था।”
भारत के लिए खतरा है पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद
थरूर ने दो टूक कहा कि भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा अब भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद है। उन्होंने कहा,”ट्रंप ने लंच में जनरल मुनीर से ये ज़रूर पूछा होगा कि पाक सेना आतंकियों को सपोर्ट क्यों करती है।”
ऑपरेशन सिंदूर और ‘जनाजे में सेना’—थरूर के बड़े आरोप
थरूर ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत मारे गए आतंकियों के जनाज़ों में पाकिस्तानी सेना के अफसरों की मौजूदगी को लेकर सवाल उठाए। यह बताता है कि पाकिस्तान की सेना और आतंकियों के बीच मजबूत गठजोड़ है।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलवामा या पहलगाम जैसे आतंकी हमलों के पीछे भी पाक सेना की भूमिका सामने आती रही है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील: “दोगलापन अब और नहीं चलेगा”
थरूर ने वैश्विक मंचों से मांग की कि “पाकिस्तान को उसके कृत्यों के लिए जवाबदेह ठहराना होगा। यह दोहरा खेल अब और नहीं चलेगा—एक तरफ अमेरिका से दोस्ती, दूसरी तरफ आतंकियों को समर्थन!”
‘डिप्लोमैसी के लंच’ में इतिहास की कड़वी डिश?
यह मुलाकात भले ही भारत-पाक तनाव को कम करने की एक कोशिश के तौर पर हुई हो, लेकिन थरूर की प्रतिक्रिया ने इस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या अमेरिका वाकई पाकिस्तान को एक भरोसेमंद सहयोगी मान सकता है?
या फिर यह सब कूटनीतिक खानापूर्ति बन कर रह जाएगा?
मोसाद: खूफिया एजेंसी या मौत की मशीन? पढ़िए रोमांच से भरी सच्ची कहानियां