
गोरखपुर के मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर है। अब जिला अस्पताल की ओपीडी के लिए लंबी लाइन में लगने की ज़रूरत नहीं होगी। मरीज या उनके परिजन घर बैठे ऑनलाइन पर्चा खुद बना सकेंगे, जिससे समय भी बचेगा और भीड़-भाड़ से राहत भी मिलेगी।
पहला ऑनलाइन पर्चा हुआ जारी
बुधवार को जिले का पहला ऑनलाइन पर्चा जनरेट हुआ, जिससे ये सुविधा अब व्यवहारिक रूप से शुरू हो गई है। यह पहल मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. राजेश झा की देखरेख में शुरू की गई है।
डॉ. झा ने बताया कि जिन लोगों के पास आभा आईडी (ABHA ID) है, उन्हें पर्चा बनवाने में और भी आसानी होगी। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कुमार और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीके सुमन इस सिस्टम को और मज़बूत बनाने में सहयोग कर रहे हैं।
CHC, PHC और आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी होंगे सहयोगी
योजना सिर्फ जिला अस्पताल तक सीमित नहीं है। अब CHC, PHC और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों से संदर्भित मरीजों के लिए वहीं से जिला अस्पताल का पर्चा ऑनलाइन बना दिया जाएगा, ताकि मरीजों को दोबारा लाइन में न लगना पड़े।
कैसे बनेगा ऑनलाइन पर्चा?
-
मरीज खुद या परिवार का कोई सदस्य अपने मोबाइल या कंप्यूटर से वेबसाइट पर जाकर पर्चा बना सकता है।
-
आभा आईडी से रजिस्ट्रेशन बहुत आसान होगा।
-
पर्चा बनने के बाद आप उसे प्रिंट कर किसी भी डॉक्टर के कक्ष में सीधे जा सकते हैं।
राज्य स्तर पर यह योजना पूरे प्रदेश में लागू की जा रही है और गोरखपुर इस पर तेजी से अमल करने वाला अग्रणी जिला बन चुका है।
आभा आईडी के फायदे क्या हैं?
ABHA ID यानी आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट – ये डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड की कुंजी है।
-
इससे रजिस्ट्रेशन आसान होता है।
-
मरीज की सभी रिपोर्ट्स, जांचें और प्रिस्क्रिप्शन डिजिटल रूप में सेव होते हैं।
-
देश के किसी भी कोने में अस्पताल में इलाज के दौरान इन्हें एक्सेस किया जा सकता है – सिर्फ मरीज की सहमति से।
कैसे बनवाएं?
अपने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता की मदद से आधार कार्ड के जरिए आसानी से ABHA ID जेनरेट करवा सकते हैं।
एम्स में पोस्टमार्टम विशेषज्ञों की कार्यशाला शुरू
इसी के साथ एम्स गोरखपुर में बुधवार से तीन दिवसीय पोस्टमार्टम अभिमुखीकरण कार्यशाला की शुरुआत हुई। सीएमओ डॉ. राजेश झा ने भी इसमें हिस्सा लिया।
यह कार्यशाला एम्स के फॉरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित की गई है, जिसमें पोस्टमार्टम तकनीकों, फॉरेंसिक गैप्स और नई टेक्नोलॉजीज़ पर विशेषज्ञ प्रशिक्षण दे रहे हैं।
डिजिटल हेल्थ की तरफ एक और बड़ा कदम
गोरखपुर जिले में ऑनलाइन ओपीडी पर्चा व्यवस्था का लागू होना डिजिटल हेल्थ मिशन की दिशा में मील का पत्थर है।
मरीजों को अब न लाइन में लगना होगा, न परेशान होना पड़ेगा। बस एक क्लिक में पर्चा, डॉक्टर से कनेक्ट और बेहतर इलाज।
कहिए – टेक्नोलॉजी ज़िंदाबाद, भीड़ को अलविदा!