
बरसात के मौसम में जलभराव से परेशान बहराइच शहर को अब एक बड़ी राहत मिलने वाली है। आज़ादी से पहले बना एक पुराना नाला अब पूरी तरह से नवीनीकरण के लिए तैयार है, जिससे वार्ड नंबर 14 और 22 के मोहल्लों धनकुट्टीपुरा और चिक्कीपुरा के लोग बारिश के गंदे पानी से बच पाएंगे।
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पिछले साल हुई भारी बारिश ने शहर की दुर्दशा उजागर कर दी थी। मामूली बारिश में ही नाले ओवरफ्लो हो गए थे, और मोहल्ले जलमग्न हो गए थे। स्कूली बच्चे, बुज़ुर्ग और महिला-पुरुष सभी को गंदे पानी से होकर निकलना पड़ता था। स्थानीय लोगों ने नगर पालिका और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की थी।
जब स्थिति की जांच की गई, तो सामने आया कि नालों की लंबे समय से सफाई नहीं हुई थी, और पुराने नालों में जमी गाद और फंसे हुए पत्थर जल निकासी में बाधा बने हुए थे।
वार्ड 22 के सभासद पुनीत गुप्ता और वार्ड 14 के इरशाद अहमद ने इस गंभीर समस्या पर संज्ञान लेते हुए नगर पालिका अध्यक्ष सुधा टेकरीवाल को नाले के पुनर्निर्माण का प्रस्ताव सौंपा। अधिशासी अभियंता प्रमिता सिंह की तकनीकी रिपोर्ट और निरीक्षण के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है और नपाई का काम भी पूरा हो चुका है।
अब जल्द ही पुराने नाले को तोड़कर नया, साफ-सुथरा और मजबूत नाला बनाया जाएगा जिससे बरसात में गंदा पानी घरों में घुसने की समस्या समाप्त हो जाएगी।
प्रमिता सिंह की अगुवाई में पूरे शहर के नालों की सफाई युद्ध स्तर पर की जा रही है—मशीनों और मैनुअल दोनों तरीकों से। साथ ही नालों की मरम्मत और पुनरुद्धार का कार्य भी साथ में जारी है।
इस फैसले से क्या होगा फायदा?
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गंदे पानी से निजात
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स्कूल जाने वाले बच्चों को सुरक्षित रास्ता
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बीमारियों पर नियंत्रण
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बुनियादी ढांचे में सुधार
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स्थानीय नागरिकों का भरोसा मजबूत
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