
दक्षिण कोरिया की सेना ने उत्तर कोरियाई सैनिकों पर चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाईं – वजह?
उत्तर कोरियाई जवान सीमा पार कर गए, लेकिन गलती से या जानबूझकर?
इसका जवाब प्योंगयांग के पास हमेशा एक ही होता है – “दक्षिण उकसाता है!”
उत्तर कोरिया का रिएक्शन – ड्रामा क्वीन मोड ON!
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने इसे बताया एक “जानबूझकर की गई उकसावे की कार्रवाई।” मतलब – उनके सैनिक आपकी सीमा पार करें, और आप कुछ बोलें तो आप ही दोषी!
राजनीतिक टाइमिंग – एकदम सिनेमा जैसी
ये घटना तब हुई जब दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति ली जे म्यूंग अमेरिका और जापान यात्रा के लिए निकले थे। ऐसे मौके पर गोलीबारी? लगता है किम जोंग उन के स्क्रिप्ट राइटर हॉलीवुड से हैं।
नो थैंक यू – किम की सीधी ठुकर
किम जोंग उन की बहन, किम यो-जोंग ने हाल ही में दक्षिण कोरिया के सुलह प्रयासों को ‘रद्दी की टोकरी’ में डाल दिया। प्योंगयांग का रुख साफ है – “शांति की बात बाद में, पहले इगो की बात करो।”
सीमा सील – पड़ोसी नहीं चाहिए!
उत्तर कोरिया पिछले साल से अपनी सीमा को “परमानेंटली लॉक” करने की कोशिश कर रहा है – यानि अब ये सिर्फ डिजिटल लॉकडाउन नहीं, बॉर्डर लॉकडाउन है!

उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच यह ताज़ा गोलीबारी सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि एक पुराना अधूरा अध्याय है जो बार-बार खुलता है।
कभी किम यो-जोंग के बयान, कभी सीमापार हलचल, और कभी राजनयिक यात्राओं के साथ… ये कहानी चलती रहती है, बस OTT पर नहीं, सीधे न्यूज़ हेडलाइन्स में।
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