नोएडा में ‘इंटरनेशनल पुलिस’ निकली लोकल ठगी

महेंद्र सिंह
महेंद्र सिंह

उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक फर्जी इंटरनेशनल जांच एजेंसी के नाम पर चल रहे रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने नोएडा के थाना फेज-3 क्षेत्र, सेक्टर 70 में एक कोठी को किराए पर लेकर वहां ‘इंटरनेशनल पुलिस एंड क्राइम इंवेस्टिगेशन ब्यूरो’ के नाम से ऑफिस खोल रखा था।

ऑपरेशन से पहले ही दबोचे गए आरोपी

डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि यह ऑफिस BS-136, सेक्टर 70 में चल रहा था। पुलिस ने रविवार रात को रेड मारकर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। सभी आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं — जिनमें विभाष, अराग्य, बाबुल, पिन्टूपाल, समपमदल और आशीष शामिल हैं।

विभाष और अराग्य बाप-बेटे हैं और इस पूरे फर्जीवाड़े की मास्टरमाइंड भी वही बताए जा रहे हैं।

नाम बड़े लेकिन काम फर्जी

आरोपी खुद को एक इंटरनेशनल क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी का मेंबर बताकर लोगों से संपर्क करते थे। वे फर्जी स्टाम्प, सरकारी लेटरहेड और नकली पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर जनता को भ्रमित कर रहे थे।

पुलिस का दावा है कि वे इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) जैसी एजेंसियों का नाम लेकर लोगों को अपने झांसे में फंसा रहे थे।

फाइनेंशियल नेटवर्क और जालसाजी की जांच शुरू

पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, पासबुक, चेकबुक और आईडी प्रूफ बरामद किए हैं। साथ ही, अब इनकी फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन और नेटवर्क की जांच भी शुरू हो चुकी है।

डीसीपी का कहना है कि जैसे गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का मामला सामने आया था, ये केस उसी की तरह है।

क्या था इनका अगला प्लान?

आरोपी प्लान कर रहे थे कि वे कुछ हाई-प्रोफाइल लोगों को टारगेट करेंगे और उन्हें अपने फर्जी ‘जांच’ के जाल में फंसा कर मोटी रकम ऐंठेंगे। लेकिन पुलिस ने वक्त रहते इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।

अब आगे क्या?

पुलिस अब इनकी क्राइम हिस्ट्री, बैंक डिटेल्स, और अन्य राज्यों से लिंक की जांच कर रही है। हो सकता है ये गैंग देश के अलग-अलग हिस्सों में पहले भी एक्टिव रहा हो।

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