
भारतीय एथलेटिक्स के स्वर्णिम सितारे नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग 2025 में 90 मीटर की दूरी पार करते हुए अपने करियर का अब तक का सर्वश्रेष्ठ थ्रो दर्ज किया। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 90.23 मीटर भाला फेंक कर न सिर्फ नया कीर्तिमान रचा, बल्कि 90 मीटर क्लब में शामिल होने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शुमार हो गए।
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“भारतीयों का बोझ अब उतर गया” — नीरज चोपड़ा
मैच के बाद रेवस्पोर्ट्ज़ ग्लोबल से बातचीत में नीरज ने कहा:
“मैं खुश हूं. 90 मीटर काफ़ी लोगों का सवाल था… मेरा तो नहीं लेकिन कहीं न कहीं भारतीयों का बोझ दूर हो गया है।”
नीरज ने यह भी कहा कि
“मुझे लगता है मैं और अच्छा थ्रो कर सकता हूं और इस साल करूंगा भी। अब लक्ष्य 90+ को लगातार दोहराने का है।”
दूसरे स्थान पर रहे नीरज, वेबर ने मारी बाज़ी
हालांकि 90.23 मीटर का थ्रो शानदार था, लेकिन नीरज चोपड़ा पहले स्थान पर नहीं आ सके। जर्मनी के जूलियन वेबर ने 91.06 मीटर थ्रो कर गोल्ड पर कब्जा किया।
नीरज ने वेबर की तारीफ करते हुए कहा:
“मैं जूलियन के लिए भी बेहद खुश हूं, उसने बहुत अच्छा थ्रो किया है।”
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नीरज को उनके इस ऐतिहासिक थ्रो के लिए बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा:
“नीरज चोपड़ा को दोहा डायमंड लीग 2025 में 90 मीटर की दूरी पार करने और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो करने के लिए हार्दिक बधाई। यह उपलब्धि उनकी मेहनत, अनुशासन और जुनून का नतीजा है।”
नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन – संक्षेप में
प्रयास | थ्रो दूरी (मीटर) |
---|---|
पहला | 86.34 |
दूसरा | 88.67 |
तीसरा | 90.23 |
बाकी | अमान्य/न किया गया |
सिर्फ दूरी नहीं, सोच की ऊंचाई भी बदली
नीरज का यह बयान कि “भारतीयों का बोझ उतर गया” सिर्फ एक खिलाड़ी की संतुष्टि नहीं, बल्कि भारत के एथलेटिक्स कल्चर की परिपक्वता का संकेत है। यह उपलब्धि केवल दूरी नहीं, एक पूरे देश के आत्मविश्वास की नई ऊंचाई है।
अब लक्ष्य पेरिस ओलंपिक
दोहा में 90 मीटर पार कर नीरज ने अपनी प्रतिबद्धता साबित कर दी है। अब निगाहें पेरिस ओलंपिक 2028 की ओर हैं, जहां देश को उनसे एक और स्वर्णिम पल की उम्मीद है।
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