
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर एक बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना में मुंबई से ठाणे के बीच समुद्र के नीचे बनाई जा रही 4.8 किमी लंबी टनल के काम में ऐतिहासिक सफलता मिली है। “पहली बार देश में कोई रेल प्रोजेक्ट समंदर के नीचे इस स्केल पर बन रहा है — और वो भी बुलेट ट्रेन के लिए!”
टनल ही नहीं, ब्रिज भी तैयार — 320 किमी का स्ट्रक्चर बन चुका है!
रेल मंत्री ने जानकारी दी कि अब तक 320 किलोमीटर लंबा ब्रिज पोर्शन तैयार हो चुका है।
पुल निर्माण, रेलवे ट्रैक बेस और स्टेशन कार्यों में जबरदस्त प्रगति हो रही है। खासकर नदियों पर पुलों का निर्माण ‘बुलेट’ स्पीड से हो रहा है।
“रेलवे वाले अब सिर्फ टाइम की नहीं, स्पीड की भी ट्रेन पकड़ रहे हैं।”
स्टेशन और टर्मिनल भी रेस में — साबरमती तैयार, महाराष्ट्र मेकअप मोड में
साबरमती में बुलेट ट्रेन टर्मिनल लगभग पूरा हो चुका है। महाराष्ट्र में हुई थोड़ी देरी को तेज़ी से कवर किया जा रहा है। अहमदाबाद, सूरत, वापी, वडोदरा, ठाणे और मुंबई को जोड़ते हुए स्टेशनों पर काम तेज़ी से चल रहा है।
“स्टेशन ऐसे बन रहे हैं जैसे एयरपोर्ट को भी जलन हो जाए!”
सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट: मुंबई से अहमदाबाद का ‘हाई-स्पीड’ सफर
रेल मंत्री ने बताया कि इस बुलेट ट्रेन के शुरू होने के बाद मुंबई से अहमदाबाद की दूरी महज 2 घंटे 7 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
सफर होगा:
बिना झटका, बिना धुआं, बिना लेट “अब मुंबई से अहमदाबाद जाना होगा उतना ही आसान, जितना Netflix पर अगला एपिसोड प्ले करना!”

कनेक्टिविटी में क्रांति: भारत की Bullet Vision
इस हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट के ज़रिए, देश को मिलेगी जापान जैसी ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी। रोज़ाना लाखों यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव। दिल्ली-हावड़ा, चेन्नई-बेंगलुरु जैसे और रूट्स पर भी ऐसे प्रोजेक्ट्स के लिए प्रेरणा।
बुलेट ट्रेन अब सपना नहीं, ‘शिलान्यास से शटल’ की रफ्तार पर है!
इस प्रोजेक्ट की हर सफलता न सिर्फ़ टेक्नोलॉजी का प्रमाण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अब सपनों को पटरियों पर दौड़ा रहा है।
और अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो जल्द ही आप भी कहेंगे — “अरे भाई! फ्लाइट से क्या जाना, बुलेट पकड़ लो — टाइम भी बचेगा, स्ट्रेस भी नहीं होगा!”
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