बाजार गिरा… निवेशकों की सांस अटकी! गिरावट की चाल

सैफी हुसैन
सैफी हुसैन, ट्रेड एनालिस्ट

मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार ने सपाट शुरुआत की। सेंसेक्स जहां शुरुआती कारोबार में 127.02 अंक गिरकर 81,669.13 पर आ गया, वहीं निफ्टी भी 55 अंकों की गिरावट के साथ 24,891.50 पर फिसला। हालांकि बाजार ने हल्की रिकवरी दिखाई, लेकिन यह हरियाली ज्यादा देर टिक नहीं सकी।

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मजबूत हुआ रुपया

शेयर बाजार की गिरावट के बीच भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 8 पैसे मजबूत होकर 85.96 पर खुला। यह विदेशी निवेशकों के भरोसे का संकेत तो देता है, लेकिन बाजार में बिकवाली का ट्रेंड हावी रहा।

इस्राइल-ईरान तनाव ने बढ़ाई बेचैनी

विशेषज्ञों के मुताबिक इस्राइल-ईरान संघर्ष के बीच निवेशकों की सतर्कता बनी हुई है। साथ ही इस हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर फैसले को लेकर भी माहौल तनावपूर्ण है। इसका असर बाजार की धार पर साफ दिखा।

सेंसेक्स की टॉप गिरती कंपनियां

  • इंडसइंड बैंक

  • टाटा मोटर्स

  • टाइटन

  • बजाज फाइनेंस

  • सन फार्मा

  • अल्ट्राटेक सीमेंट

ये सभी शेयर आज नुकसान में रहे और बाजार की गिरावट में योगदान दिया।

किन्हें मिला फायदा?

  • कोटक महिंद्रा बैंक

  • एक्सिस बैंक

  • एनटीपीसी

  • अदानी पोर्ट्स

इन चुनिंदा स्टॉक्स में खरीदारी देखने को मिली और इन्होंने गिरते बाजार में थोड़ी राहत दी।

दुनियाभर के बाजारों का हाल

  • एशिया: जापान का निक्केई और दक्षिण कोरिया का कोस्पी बढ़त में रहे, जबकि शंघाई और हांगकांग के बाजार लाल निशान पर रहे।

  • अमेरिका: सोमवार को अमेरिकी बाजार हरे निशान में बंद हुए थे, जिससे कुछ पॉजिटिव संकेत मिले।

FII vs DII: भारी बिकवाली का दबाव

  • सोमवार को FII ने ₹2,539.42 करोड़ की बिकवाली की।

  • जबकि DII ने ₹5,780.96 करोड़ की खरीदारी की।

पिछले 4 कारोबारी दिनों में FII ने कुल मिलाकर ₹8,080 करोड़ के शेयर बेचे, जिससे बाजार पर गिरावट का दबाव बना हुआ है।

सोमवार को क्या हुआ था?

सोमवार को बाजार में दमदार तेजी देखी गई थी।

  • सेंसेक्स 677.55 अंकों की छलांग लगाकर 81,796.15 पर बंद हुआ।

  • निफ्टी 227.90 अंक उछलकर 24,946.50 पर पहुंचा था।

निवेशकों के लिए कैसा रहा दिन?

17 जून 2025 को घरेलू शेयर बाजार में अस्थिरता और सतर्कता का माहौल रहा। विदेशी बिकवाली और वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों ने गिरावट को जन्म दिया, जबकि घरेलू संस्थानों की खरीदारी ने बाजार को पूरी तरह से टूटने से बचा लिया। आने वाले दिनों में अमेरिकी फेड का फैसला और ग्लोबल तनाव बाजार की दिशा तय कर सकते हैं।

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