नई दिल्ली।छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहीं शालीमार वाग की विधायक रेखा गुप्ता 1992 में दिल्ली विश्व विद्यालय के दौलत राम कॉलेज से के दौरान ही छात्र राजनीति में कदम रखा। वह न भारतीय विद्याथी परिषद (एवीवीपी) से जुड़ी और 1996-97 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र डूसू) की अध्यक्ष वनीं, जहां उन्होंने छात्रों के को सक्रिय रूप से उठाया। साल 2007 में पीतमपुरा से पार्षद चुने जाने के वाद, उन्होंने क्षेत्र पुस्तकालय, पार्क और स्विमिंग पूल जैसी योजनाओ के विकास पर काम किया । वह राष्ट्रीय वक संघ (आरएसएस) से भी जुड़ी रही हैं।
हरियाणा के नंदगढ़ जींद में हुआ था रेखा गुप्ता का जन्म
19 जुलाई, 1974 को हरियाणा के गांव नंदगढ़ जींद के जुलाना में जन्मी रेखा गुप्ता के अपने पिता जय भगवान के साथ दिल्ली में आकर बस गईं। नौकरी लगने के वाद उनके पिता राजधानी दिल्ली आ गए थे।
दिल्ली से प्राप्त की है शिक्षा : पार्षद से विधायक वनी रेखा गुप्ता की शिक्षा दीक्षा राजधानी दिल्ली में हुई है। दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने के पश्चात मनीष गुप्ता से वर्ष 1998 में विवाह के बंधन में बंधी । रेखा गुप्ता के पति का स्पेयर पार्ट्स का कारोवार है।
राजनीतिक सफर : विधायक रेखा गुप्ता वचपन से ही आरएसएस से जुड़ी रही हैं। उनको पार्टी के अंदर जमीनी स्तर पर उनकी सक्रियता और संगठनात्मक कौशल के लिए पहचाना जाता है। आरएसएस से जुड़े रहकर उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एवीवीपी) के जरिए छात्र राजनीति में कदम रखा। 1994 से 95 में वह दौलत राम कॉलेज की सचिव वनी । 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव वनीं । 1996 से 97 में वह डूसू अध्यक्ष वनीं ।
विभिन्न पदों पर रहीं आसीन : रेखा गुप्ता ने वर्ष 2003-2004 भारतीय जनता पार्टी में युवा मोर्चा में सचिव पद की जिम्मेदारी निभाई है । वर्ष
2004 से 2006 तक युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव वनीं । उन्होंने निगम पार्षद का चुनाव लड़ा और 2007 में वह पीतमपुरा वॉर्ड से पार्षद चुनी गईं। 2009 तक उन्होंने महिला कल्याण एवं वाल विकास समिति की अध्यक्ष के रूप में भी जिम्मेदारी का निवर्हन किया। 2010 में उन्हें भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य वनाया गया। वह दिल्ली नगर निगम के कई पदों पर आसीन रह चुकी हैं।
दो चुनावों में झेलनी पड़ी हार : रेखा गुप्ता को वर्ष 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में करारी हार का मुंह देखना पड़ा। उन्होंने 2015 में शालीमार बाग से विधायक का चुनाव लड़ा था, लेकिन ‘आप’ की नेता वंदना कुमारी ने उन्हें लगभग 11 हजार मतों के अंतर से शिकस्त दे दी। 2020 में भी इन्हें 3440 मतों के अंतर से एक बार फिर वंदना कुमारी से हार मिली। वर्ष 2025 में इन्होंने दो वार की हार का बदला ले लिखा। उन्होंने वंदना कुमारी को 29 हजार से मतों से हराया।
भाजपा शासित 21 राज्यों में इकलौती महिला मुख्यमंत्री : भाजपा की 21 राज्यों में सरकार है। विधायक रेखा गुप्ता इन राज्यों में इकलौती मुख्यमंत्री होंगी। यह रेखा गुप्ता के साथ- साथ पार्टी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।