
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल की संभावित हत्या की धमकियों के बीच अपने बंकर में तीन मौलवियों को संभावित उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया है । खामेनेई ने पुत्र मोज़तबा को इस फ़ेवरिट लिस्ट से बाहर रखा। पहले माना जा रहा था कि मोज़तबा ही उत्तराधिकारी होंगे, क्योंकि खामेनेई और उनके करीबी IRGC गुटों के बीच उनकी पैठ थी, लेकिन अब स्पष्ट होा गया कि उनके नाम की जगह तीन वरिष्ठ मौलवी को जगह दी गई है ।
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बंकर का मतलब: खामेनेई ‘इन प्रोटेक्शन’
तीन सरकारी सूत्रों ने बताया कि ISRAEL की धमकियों के बीच खामेनेई अब सामान्य मिलन बैठकें नहीं करते; बंकर में रहते हैं, इलेक्ट्रॉनिक संचार बंद कर दिया गया है और वे केवल भरोसेमंद सहयोगियों से पारंपरिक तरीकों से बात करते हैं ।
युद्ध का व्यापक असर: इराक से भी भारी!
सूत्र बताते हैं कि इस हमले ने 1980 के इराक–ईरान युद्ध के बाद सबसे बड़ा हमला किया है—इज़राइल ने तेहरान पर मिसाइलों और ड्रोन से लगातार वार किया, जिसमें सैन्य, वैज्ञानिक और नागरिक सभी प्रभावित रहे ।
सत्ता हस्तांतरण पर ज़ोरदार प्लानिंग
खामेनेई ने Assembly of Experts को तीन नामों में से उपयुक्त उत्तराधिकारी चुनने की स्पष्ट रूप से त्वरित प्रक्रिया के निर्देश दिए हैं। इसका मक़सद युद्ध की अप्रत्याशित स्थिति में एक व्यवस्थित संक्रमण सुनिश्चित करना है
खामेनेई की ‘व्हाट पावर है?’
सर्वोच्च नेता के पास जनरल, कार्यपालिका, न्यायपालिका, सशस्त्र बलों की कमान और धार्मिक प्रतिष्ठा जैसे एक लंबा अधिकार माना जाता है—और उत्तराधिकार में संरचना का स्पष्ट और त्वरित नियोजन ज़रूरी है ।
संचार कट और सुरक्षात्मक ‘ब्लैकआउट’
ईरानी अधिकारियों ने सेंसरशिप को बढ़ा दिया है—इंटरनेट बंद, अंतर्राष्ट्रीय कॉल प्रतिबंधित, और लोगों से कहा गया है कि वे किसी संभावित हमले के वीडियो और फोटो साझा न करें—एक संकेत कि सुरक्षा इमरजेंसी घोषित है ।
तेहरान की मौजूदा स्थिति—बंकर में छिपे नेता, उत्तराधिकारी योजना के मौलवियों के नाम, और संचार ब्लैकआउट—ये सभी संकेत हैं कि ईरानी शासन एक निर्णायक मोड़ पर है। युद्ध के बीच सत्ता संक्रमण को धाराप्रवाह तरीके से करने की तैयारी नयी परंपरा और रणनीतिक सहजता दोनों बता रही है।
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