
जापान की राजनीति में सुनामी आ गई है (राजनीतिक, असली नहीं)। प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने सत्ता से विदाई ले ली है — वजह वही पुरानी लेकिन स्टाइल बिल्कुल नया:
“हमने बहुमत खो दिया है, और मेरे पास इस्तीफा देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा।”
मतलब हार गई टीम, और कप्तान ने बल्ला रख दिया।
LDP की टूटती Unity और इशिबा की Exit Strategy
Liberal Democratic Party (LDP) इस वक्त किसी K-Drama की तरह इंटरनल फाइट्स और डायलॉगबाज़ी से जूझ रही है।
इशिबा का कहना है कि उन्होंने “पार्टी को बिखरने से बचाने” के लिए इस्तीफा दिया।
पर पब्लिक बोले – “बचाने आए थे या खुद को बचाने?”
पार्टी में अंदरूनी घमासान, फंडिंग स्कैंडल्स, और नई दक्षिणपंथी पार्टियों की चुनौती ने मिलकर इशिबा सरकार की नींव हिला दी।
चुनावी झटका: ऊपरी सदन में बहुमत नहीं, निचले में भरोसा नहीं
जुलाई 2025 में हुए चुनाव में LDP और कोमेइतो गठबंधन को 50 में से सिर्फ 47 सीटें मिलीं। मतलब ऊपरी सदन से बाहर, और निचले में भी हालत पतली। 1955 के बाद पहली बार ऐसा हुआ जब गठबंधन दोनों सदनों में अल्पमत में आया है।
राजनीति के जानकार बोले – “इतिहास बना नहीं, बना दिया गया।”
शिगेरु इशिबा? बैंक से PMO तक का सफर
जन्म: 4 फरवरी 1957, तोत्तोरी प्रान्त
पिता: राज्यपाल और सांसद
करियर की शुरुआत: मित्सुई बैंक
राजनीति में एंट्री: 1986 में चुनाव जीतकर
रक्षा मंत्री, कृषि मंत्री और कई रोल में रहे

5वीं कोशिश में बने प्रधानमंत्री (2024 में)
अब अगर कोई बोले कि बैंक की नौकरी से सीधा पीएम बन सकते हो, तो मान लीजिए — कहानी सच्ची है, लेकिन Japan में!
PM बनने का सपना, पर स्क्रिप्ट में था ट्विस्ट
इशिबा ने “ईमानदारी और निष्पक्षता” के नारे पर सत्ता पाई थी, लेकिन एक साल भी नहीं बीता और कहानी में आ गया प्लॉट ट्विस्ट।
“सत्ता आई, तो स्कैंडल भी आए।”
फंडिंग विवाद, पार्टी कलह, और अर्थव्यवस्था की गिरती हालत ने इशिबा को धीरे-धीरे “पोस्टर बॉय से प्रॉब्लम बॉय” बना दिया।
अब आगे क्या? ‘Game of Thrones’ Japan Edition शुरू!
इशिबा के जाते ही LDP में उत्तराधिकार की जंग शुरू हो गई है।
कौन बनेगा अगला प्रधानमंत्री?
क्या फिर से आएगा फुमियो किशिदा का नाम?
या कोई नया चेहरा जो TikTok पर वायरल हो जाए?
संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट बनाने की तैयारी तो पार्टी ने कर ली है, लेकिन जनता बोले –
“अबकी बार ऐसा PM चाहिए, जो पहले Twitter से हटे।”
इस्तीफा सिर्फ एक शब्द नहीं, जापान की राजनीति का नया अध्याय
इशिबा का इस्तीफा सिर्फ सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि जापानी राजनीति में बदलाव का संकेत है। LDP को अब खुद को reinvent करना होगा, नहीं तो अगला चुनाव उनकी कहानी का सीज़न फिनाले बन जाएगा।