
राजगीर के बिल्कुल नए चमचमाते हॉकी स्टेडियम में जब भारतीय टीम मैदान पर उतरी, तो एक ही मकसद था – “मलेशिया को ये दिखाना कि हॉकी एशिया में बना ही भारत के लिए है।”
और ऐसा ही हुआ। शुरुआती झटका मिलने के बाद टीम इंडिया ने मलेशिया को ऐसी क्लास लगाई कि उन्होंने हॉकी की स्पेलिंग दोबारा गूगल कर ली होगी।
हरमनप्रीत सिंह का 250वां मैच – गोल नहीं किया, पर गेम में छाए रहे!
सिर्फ जीत ही नहीं, कप्तान हरमनप्रीत सिंह के लिए ये मुकाबला और भी खास था। भाई साहब ने भारतीय जर्सी में अपना 250वां इंटरनेशनल मैच खेला।
अब सोचिए – इतने मैच खेलने के बाद बंदा थकता नहीं, बल्कि और फुर्तीला लगता है। कप्तानी ऐसे कर रहे थे जैसे टीम नहीं, पूरा हॉकी संघ पीठ थपथपा रहा हो।
मलेशिया की शुरुआत शानदार, लेकिन इंडिया का जवाब – “Hold my Lassi!”
मैच के दूसरे ही मिनट में शफीक हसन ने गोल ठोक दिया। मलेशिया वाले सोचने लगे – “आज तो बल्ले बल्ले हो जाएगी।”
लेकिन भारतीय टीम ने कहा, “भाई, पहली गलती माफ, दूसरी पे बल्ला चलेगा!”
पहला क्वार्टर गया मलेशिया के नाम – लेकिन फिर इंडिया ने मैच में वापसी ऐसे की जैसे पुरानी एक्स से ब्रेकअप के बाद लोग जिम जाते हैं – पूरी dedication के साथ!
सेकंड क्वार्टर – मनप्रीत, सुखजीत और शिलानंद का Goal-Gang
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17वें मिनट: मनप्रीत सिंह बोले – “चलो शुरुआत मैं करता हूं”, और रिबाउंड पर गोल ठोक दिया। स्कोर – 1-1
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19वें मिनट: सुखजीत ने ऐसा शॉट मारा कि गेंद भी कहे – “इतनी तेज़ क्या ज़रूरत थी?”
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24वें मिनट: दिलप्रीत ने मूव बनाया, शिलानंद लाकड़ा ने फिनिश किया – अब स्कोर 3-1
मलेशिया की टीम डिफेंस करना चाह रही थी, लेकिन लग रहा था जैसे VPN ऑन नहीं हुआ हो – कनेक्शन ही नहीं बना।
तीसरा क्वार्टर – गोलकीपर कृष्ण पाठक बोले “बोल्ड तो हम क्रिकेट में भी नहीं होते!”
मलेशिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला – सुनते ही पूरे दर्शकों का दिल धक-धक करने लगा, लेकिन कृष्ण बहादुर पाठक बोले –
“Relax दोस्तों, यहां मैं खड़ा हूं।”
और ऐसे डाइव मारी कि शफीक हसन भी सोचने लगा – “मुझे ही गोल करना था न?”
38वें मिनट में विवेक सागर प्रसाद ने मनप्रीत की असिस्ट पर गोल ठोक दिया। स्कोर – 4-1
अब मैच वहीं खत्म मान लीजिए, क्योंकि इसके बाद मलेशिया के पास सिर्फ गले लगाने लायक बहाने बचे थे।

चौथा क्वार्टर – भारतीय डिफेंस बना “अल्टीमेट फ़ायरवॉल”
मलेशिया के पास प्लान A, B, C सब थे, लेकिन भारतीय डिफेंस ने सारे रास्तों को “Access Denied” कर दिया।
हरमनप्रीत की लीडरशिप में डिफेंस ऐसा टाइट रहा कि मलेशिया वाले पूछते रह गए – “Excuse me, D कहाँ है?”
आखिरी मिनटों में मलेशिया ऐसे खेल रहा था जैसे टीचर ने कहा हो – “अगर कुछ नहीं आया, तो पेपर खाली मत छोड़ना।”
कहां देखें बाकी मैच?
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भारत का अगला मुकाबला: चीन से, 6 सितंबर को शाम 7:30 बजे
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Live Telecast: Sony Sports Network
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Global Fans के लिए: Watch.Hockey पर फ्री स्ट्रीमिंग (VPN वालों के लिए भी खुशी की बात!)
बाकी मैचों की झलक:
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बांग्लादेश 5 – 1 कज़ाकिस्तान (यहां भी class लगी)
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चीन 3 – 0 कोरिया (चीनी मिठाई से ज्यादा मीठा स्कोर)
अब बात सीरियस कर लेते हैं…
भारत की ये जीत सिर्फ स्कोर बोर्ड की बात नहीं है। ये दिखाता है कि टीम इंडिया अब mental और tactical दोनों लेवल पर मजबूत हो गई है।
हरमनप्रीत का अनुभव, मनप्रीत की अगुवाई, और यंग प्लेयर्स की energy – ये कॉम्बो खतरनाक है। और सबसे बड़ी बात – मैच भले राजगीर में हुआ, लेकिन पूरे भारत का दिल जीत लिया।
“मलेशिया ने कहा था – मैच जीतेंगे। भारत ने जवाब दिया – ‘Match तो ठीक है, पूरा टूर्नामेंट चाहिए भाई!’“