बिहार के चक्रव्यूह में चिरागवा बोल रहल बा, नीतीशवा डोल रहल बा!

आलोक सिंह
आलोक सिंह

बिहार में फिर एक बार सियासत गरम बा, आ ई गरमी के तापमान बढ़ा रहल बाड़न चिराग पासवान। एनडीए के अंग रहे के बावजूद, उ जे अन्दाज में नीतीश कुमार पर ताना मारत बाड़न, उ देख के लोग पूछे लागल बाड़े – “हनुमान बनके आइल बाड़े कि अभिमन्यु बनके फँस गइल बाड़े?”

फिल्ममेकर-एक्टर धीरज कुमार का निधन, 80 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

मांझी के तीर: अभिमन्यु से तुलना

हम (HUM) पार्टी के नेता जीतन राम मांझी कहलन कि –

“युवा नेता शासन के जटिलता ना समुझ पावेलें। अभिमन्यु नियर अंदर घुस जइहें, बाकिर निकल ना पइहें।”

बाकिर, अंदर घुसल चिराग निकले के रस्ता खुद बनावे में लागल बाड़े।

 सवाल उठत बा: शह कहाँ से मिल रहल बा?

  • 2020 में ‘मोदी से बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं’ नारा चिराग पासवान के आइडेंटिटी बन गइल रहे।

  • जेडीयू के सीट 115 से गिरके 43 हो गइल रहे, आ बीजेपी मजबूत हो गइल रहे।

  • लोग कहेला कि ई सब बिना दिल्ली के हरी झंडी संभव ना रहे।

अबका खेल: नया चेहरा, पुराना स्टाइल?

2025 के तैयारी में चिराग बोल देले बाड़े कि उ 243 सीट पर लड़िहें।
बोलत बाड़े, ‘कई लोग घबरा गइल बाड़ें’ — जनता समझ रहल बिया कि नीतीश के ओर इशारा बा।

कानून व्यवस्था पर तगड़ा हमला

  • नालंदा के दोहरा हत्या, पटना के व्यवसायी के मर्डर, दलित बच्ची से गैंगरेप – चिराग एक-एक घटना के लपक के नीतीश सरकार पर गरज रहल बाड़े।

उ कहलन:

“ई सरकार जे सुशासन के नाम पर जानी जात रही, अब क्राइम के राजधानी बन गइल बा!”

बीजेपी के चुप्पी: रणनीति कि मजबूरी?

समीर चौगानकर लिखत बाड़े कि बीजेपी जानबूझ के चुप बा।

  • 2020 में चिराग के बगावत से बीजेपी के नुकसान कम, फायदा ज्यादा भइल

  • जेडीयू के नीचा दिखा के बीजेपी नंबर 1 बने के सपना देख रहल बा।

नीतीश कुमार: कमजोर होखत बाना?

  • नीतीश अब बुजुर्ग हो गइल बाड़े, आ उनकर बाद जेडीयू में कोई दमदार चेहरा नइखे।

  • बीजेपी के असली गेम बा – नीतीश के वोट बैंक तोड़ के, दलित-महादलित वोट चिराग के मार्फत अपने पास ले आवे के।

दलित समीकरण: पासवान प्लस

  • बिहार में दलित वोटर 19% के आसपास बा।

  • पासवान जाति के पकड़ चिराग के बा।

  • राजगीर में बहुजन संकल्प समागम में कई अउरी दलित जातियां चिराग के साथ दिखलीं।
    यही से बुझात बा कि दलित बेस बना रहल बाड़न।

पुराना नारा, नया चक्रव्यूह

“मोदी जी से बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं” — ई नारा 2025 में फिर से गूंजे के आसार बा। बाकी अबकी बार चिराग NDA में रहके ई सब कर रहल बाड़े।

बिहार के सियासत अब ‘महाभारत’ बन गइल बा –

  • चिराग अभिमन्यु,

  • नीतीश वृद्ध भीष्म,

  • आ बीजेपी? कृष्ण भइया – जे शंख भी फूंके, चक्र भी चलावे!

निष्कर्ष:

बिहार के राजनीति में चिराग अब सिर्फ छोट नेता ना, बलुक रणनीतिक हथियार बन गइल बाड़न। अगर उनका बात सुनीं, त लगे कि उ लड़ाई अकेले लड़े जात बाड़न, बाकिर जवन चुप रह के मुस्कुरा रहल बा, ऊ कहीं दिल्ली के सिंघासन त नइखे?

“अब मोहब्बत एकतरफा ना होई! ओवैसी बोले – हमरो दिल टुटेला, गठबंधन वाला!”

Related posts

Leave a Comment