
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां बॉलीवुड एक्ट्रेस हुमा कुरैशी के चचेरे भाई आसिफ कुरैशी की हत्या कर दी गई। मामूली पार्किंग विवाद ने ऐसा रुख लिया कि वह जानलेवा बन गया। इस वारदात का CCTV फुटेज भी सामने आ चुका है, जिसमें पूरा हमला रिकॉर्ड हुआ है।
CCTV में कैद हुआ पूरा हमला
वीडियो में देखा जा सकता है कि आसिफ और दो युवक आपस में बहस कर रहे हैं। थोड़ी ही देर में मामला गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल जाता है।
एक युवक आसिफ को नीचे गिरा देता है, आसिफ उठने की कोशिश करता है तभी दूसरा युवक उस पर नुकीली चीज से वार कर देता है।
लोग बीच-बचाव करने की कोशिश करते हैं लेकिन हमला बहुत तेज और अचानक था।
पार्किंग विवाद से शुरू हुआ था मामला
यह पूरा विवाद स्कूटर पार्किंग को लेकर हुआ था। आसिफ कुरैशी, जो निजामुद्दीन के जंगपुरा भोगल लेन में रहते थे, जब गुरुवार रात करीब 10:30 बजे घर लौटे तो उन्होंने देखा कि घर के सामने स्कूटी पार्क है।
उन्होंने पड़ोसी से स्कूटी हटाने को कहा, जिस पर पहले बहस और फिर मारपीट शुरू हो गई।
धारदार हथियार से किया गया हमला, अस्पताल में मौत
विवाद के दौरान एक आरोपी ने आसिफ के सीने पर नुकीली चीज से हमला कर दिया। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
FIR दर्ज, दोनों आरोपी गिरफ्तार
आसिफ के पिता इलियास कुरैशी और पत्नी सैनाज कुरैशी की शिकायत पर पुलिस ने FIR नंबर 233/25 दर्ज की है। दोनों आरोपी — उज्ज्वल (19) और गौतम (18) — को पुलिस ने BNS की धारा 103(1)/3(5) के तहत गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी नाबालिग हैं, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई तेज़ की गई है।
आसिफ की पत्नी का बयान
आसिफ की पत्नी सैनाज कुरैशी ने बताया:
“पड़ोसियों ने स्कूटी घर के गेट के ठीक सामने खड़ी की थी। बस इतनी-सी बात पर झगड़ा हुआ। देखते ही देखते उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। हमें बचाने का भी वक्त नहीं मिला।”
परिवार में मातम, चाचा सलीम बोले – “मेरा भतीजा बहुत सीधा था”
हुमा कुरैशी के पिता सलीम कुरैशी, जो मृतक आसिफ के चाचा भी हैं, बिलखते हुए बोले:
“मेरे भतीजे को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि उसने रास्ता खाली करने को कहा था। वो बहुत ही मेहनती लड़का था।“
उन्होंने यह भी बताया कि आसिफ दिल्ली के होटल्स और रेस्तरां में मीट सप्लाई का काम करते थे।
आसिफ क्या काम करते थे?
42 वर्षीय आसिफ फूड सप्लाई बिज़नेस में थे। वह दिल्ली में कई होटल और रेस्टोरेंट्स को चिकन और मीट सप्लाई करते थे। परिवार ने बताया कि आसिफ शांत स्वभाव के और ज़िम्मेदार इंसान थे।
अब क्या आगे?
मामला अब पूरी तरह क्राइम ब्रांच के पास है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और हथियार बरामदगी के प्रयास जारी हैं।
पार्किंग जैसे मामूली मुद्दे पर हुई हत्या ने एक बार फिर शहरी जीवन की संवेदनशीलता और क्रोध की चरम सीमा को उजागर कर दिया है।
कानून से उम्मीद, परिवार को इंसाफ चाहिए
हुमा कुरैशी के परिवार में गहरा शोक है। आसिफ की हत्या ने एक पूरे मोहल्ले को हिला कर रख दिया है। अब सबकी निगाहें पुलिस और अदालत की कार्रवाई पर हैं। क्या नाबालिग होने के बावजूद आरोपियों को कड़ी सज़ा मिलेगी?
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