GST का ‘Makeover’: टैक्स कम हुआ, पर जनता खुश है या कन्फ्यूज़ है?

सैफी हुसैन
सैफी हुसैन, ट्रेड एनालिस्ट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई में हुई 56वीं GST काउंसिल की मीटिंग में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया – अब भारत में सिर्फ दो GST स्लैब होंगे: 5% और 18%। मतलब अब 12% और 28% का स्लैब ताला मारकर भेज दिया गया इतिहास के कबाड़खाने में।

अब बालों में शैंपू लगाइए, टूथपेस्ट से दांत चमकाइए, और फिर AC में बैठकर सोचिए – क्या सरकार ने हमें सस्ता जीवन दे दिया या नया जुमला?

1. Daily Use Products हुए सस्ते: अब सफाई भी सस्ती!

जो सामान पहले 12% या 18% में GST खा रहे थे, अब 5% में खुद को “डिस्काउंट” मान रहे हैं। जैसे:

  • हेयर ऑयल, शैंपू, टूथपेस्ट, शॉवर बार (टॉयलेट सोप, fancy नाम)

  • नमकीन, भुजिया, बर्तन, सिलाई मशीन

  • बच्चों की नैपकिन, डायपर – यानी अब बचपन भी “टैक्स फ्रेंडली”

जनता बोले: अब बाल धोना देशभक्ति जैसा लगता है।

2. Health Sector: बीमार रहना हुआ थोड़ा सस्ता

पहले जहां थर्मामीटर लेते वक्त बुखार से ज़्यादा GST चढ़ जाता था, अब राहत मिली है:

  • थर्मामीटर, ऑक्सीजन, डायग्नोस्टिक किट, स्ट्रिप्स सब पर सिर्फ 5% GST

  • हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस हुए GST-free – यानी अब बीमा लीजिए, बिना टैक्स के डर के

जनता बोले: अब बीमारी की EMIs थोड़ी कम लगेंगी।

3. Education Sector: बच्चों की किताबें अब ज्ञानवर्धक + टैक्स-मुक्त

  • मैप, चार्ट, नोटबुक, इरेज़र – सब पर से GST हटा दिया गया है।

  • यानी अब बच्चे “Tax-Free Knowledge” के युग में जी रहे हैं।

बच्चे बोले: मम्मी अब बहाना नहीं चलेगा – ‘महंगी किताबें!’

4. Agriculture Sector: किसान भी अब GST Warriors

  • ट्रैक्टर के टायर, बायो-पेस्टिसाइड्स, ड्रिप इरिगेशन, स्प्रिंकलर्स – सब पर 5% टैक्स

  • पहले 12% और 18% की मार झेल रहे किसान अब बोले – “कुछ तो सस्ता हुआ!”

किसान बोले: अब खेती भी टेक्निकल हो गई है, पर कम से कम टैक्स तो घटा।

5. Automobile Sector: बाइक हो या कार, अब कम टैक्स के साथ ‘व्रूम व्रूम’

पहले 28% टैक्स में कार खरीदना शादी जितना भारी खर्च लगता था, अब:

  • पेट्रोल, CNG, हाइब्रिड कारें, बाइक (<350cc) – सब पर सिर्फ 18%

  • अब शादी हो या ओला टैक्सी चलानी हो – GST थोड़ा कम

जनता बोले: अब EMI से ज्यादा GST नहीं देना पड़ेगा।

6. Electronics Sector: AC और TV अब थोड़ा ठंडा और सस्ता

  • AC, डिशवॉशर, LED TV (32 इंच से बड़े), प्रोजेक्टर – अब 18% में

  • पहले यही सब 28% में आते थे, यानी टेक्नोलॉजी यूज़ करने से पहले जेब हिलती थी

यूजर्स बोले: अब Netflix का सब्सक्रिप्शन नहीं, TV का बिल सस्ता हुआ।

7. Luxury & Sin Goods: टैक्स से भी भारी टैक्स – Welcome 40%!

अब जिनको शौक है लग्ज़री कार, गुटखा, सिगरेट, पान मसाला, कोल्ड ड्रिंक्स (कैफीन वाले) – उन पर 40% GST लगेगा।

सरकार बोले: पैसा है तो टैक्स दो, वरना गम चबाओ, पर GST मत रो।

सरकार को घाटा और फायदा?

  • दरों में कटौती से 93,000 करोड़ का अनुमानित घाटा

  • पर 40% टैक्स से 45,000 करोड़ की कमाई का सपना

अब घाटा-पूरा संतुलन कौन बनाएगा? जनता की जेब या सरकार की स्कीम?

GST हुआ सिंपल, पर जनता अब भी पूछ रही – “सच में सस्ता हुआ क्या?”

GST के दो स्लैब्स – 5% और 18% – से टैक्स सिस्टम अब सीधा और सरल लग रहा है। पर असली असर तब दिखेगा जब ये सस्ते दाम दुकानों और ऑनलाइन कार्ट में भी दिखेंगे।

टैक्स स्लैब कम होने से उम्मीदें बढ़ी हैं, अब देखना ये है कि महंगाई भी उतरेगी या फिर ये सिर्फ एक नया ‘रिफॉर्म जुमला’ साबित होगा।

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