
सोमवार ईरान ने इज़रायल के ऊपर 15 मिसाइलें दागीं—बताया जा रहा है फ़तेह‑1 और खैबर‑एच मल्टीवारहेड बैलिस्टिक मिसाइलें। इस हमले को IRGC ने “जायोनी शासन की बुराइयों” और स्मार्ट ड्रोन हमलों के जवाब में बताया।
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इज़रायल में सायरन, बंकर व बिजली गुल
इज़रायली एयर डिफेंस ने कई मिसाइलों को इंटरसेप्ट किया, पर 5 बैचों में 15 मिसाइलें दागने पर कई जागरूकता सायरन गुँजीं, जिससे लोग बंकरों में भागे।
अश्दोद सिटी में डैशकैम फुटेज में देखा गया कि एक पावर स्टेशन पर मिसाइल लगी और मलबा उड़ गया—शहर की बिजली पर असर पड़ा। हालांकि, कोई गंभीर जनहानि की खबर नहीं है।
तहरान में इज़रायल की एयर स्ट्राइक
IDF प्रवक्ता ने पुष्टि की कि इज़रायल एयरफोर्स ने तहरान में विशेषकर IRGC कमांड सेंटर और सरकारी इन्स्टॉलेशंस पर हवाई हमले किए हैं। इससे शहर में विस्फोटों की आवाजें सुनाई दीं।
नई मिसाइल तकनीक का प्रदर्शन
IRGC ने बताया कि खैबर‑एच मिसाइल का यह पहला प्रयोग है—जो इज़ाफ़ा सटीकता और संदेश देने वाली रणनीति की नई मिसाइल है।

द्विपक्षीय दावे और समयरेखा
इज़रायली मिलिट्री ने कहा तीसरी लहर में भी एयर डिफेंस सक्रिय था और अधिकांश मिसाइलें रोक दी गईं—15 में सिर्फ कुछ में हल्की गिरावट हुई जिसका प्रभाव सीमित रहा। तीन लोग हल्के रूप से घायल बताये गए ।
संघर्ष अब दो सप्ताह से ज्यादा का हो गया है, जिसमें मिसाइल, हवाई हमले, ड्रोन और साइबर हमलों की लगातार गंभीर बढ़ोतरी देखी गई है ।
अंतरराष्ट्रीय दबाव और प्रतिक्रिया
अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसके जवाब में इज़रायल ने तहरान पर हमले तेज़ किए । संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ, चीन और रूस ने अब भी कूटनीतिक मार्ग और तनाव को कम करने की अपील की लेकिन फिलहाल कोई ठोस मोड़ नहीं दिखा ।
ईरान-इज़रायल का यह ताज़ा टकराव फतेह‑1 और खैबर‑एच जैसे उन्नत मिसाइलों के प्रयोग से और भी जटिल हो गया है। दोनों देश पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे—इज़रायल ने उत्तरदायित्व निभाया और जवाबी हवाई हमले किए, जबकि ग्लोबल समुदाय तनाव घटाने की कोशिश में जुटा है।
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